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गोरखा लीडर मदन तमांग हत्याकांड, सीबीआई ने फरार आरोपी को बेंगलुरु से किया गिरफ्तार - MADAN TAMANG MURDER CASE

मदन तमांग की हत्या को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हुई थी. सीबीआई ने 19 जनवरी, 2011 को जांच का जिम्मा संभाला था.

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प्रतीकात्मक तस्वीर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 6, 2025, 10:57 PM IST

बेंगलुरु: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मदन तमांग हत्याकांड मामले में फरार आरोपी पूरन बहादुर राय को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि, 2010 में अखिल भारतीय गोरखा लीग (ABGL) के तत्कालीन अध्यक्ष मदन तमांग की पश्चिम बंगाल में हत्या कर दी गई थी.

2017 से पूरन राय कानून की आंखों में धूल झोंक रहा था. सीबीआई ने आखिरकार कर्नाटक के बेंगलुरु ग्रामीण के मारुति नगर के बोम्मासंद्रा से पूरन बहादुर राय को गिरफ्तार कर लिया. तमांग की हत्या 21 मई, 2010 को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हुई थी. सीबीआई ने 19 जनवरी, 2011 को जांच का जिम्मा संभाला था.

मामला शुरू में दार्जिलिंग के सदर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था.खबर के मुताबिक, चार्जशीटेड आरोपी राय 2017 से ट्रायल की कार्यवाही से बच रहा था. गिरफ्तारी से बचने के लिए राय दार्जिलिंग से बेंगलुरु चला गया था. लगातार प्रयासों के बाद, सीबीआई ने राय को सफलतापूर्वक ट्रैक किया और गिरफ्तार कर लिया. अब उसे मुकदमे का सामना करने के लिए अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा.

सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, "पूरन बहादुर राय की गिरफ्तारी इस लंबे समय से लंबित मामले में एक महत्वपूर्ण सफलता है. सीबीआई यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि कानून से बचने वालों को न्याय के कटघरे में लाया जाए."

ये भी पढ़ें: 'व्यक्ति ने दुष्कर्म पीड़िता से शादी की और उसके चार बच्चे हैं', SC ने 27 साल बाद आरोप मुक्त किया

बेंगलुरु: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मदन तमांग हत्याकांड मामले में फरार आरोपी पूरन बहादुर राय को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि, 2010 में अखिल भारतीय गोरखा लीग (ABGL) के तत्कालीन अध्यक्ष मदन तमांग की पश्चिम बंगाल में हत्या कर दी गई थी.

2017 से पूरन राय कानून की आंखों में धूल झोंक रहा था. सीबीआई ने आखिरकार कर्नाटक के बेंगलुरु ग्रामीण के मारुति नगर के बोम्मासंद्रा से पूरन बहादुर राय को गिरफ्तार कर लिया. तमांग की हत्या 21 मई, 2010 को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हुई थी. सीबीआई ने 19 जनवरी, 2011 को जांच का जिम्मा संभाला था.

मामला शुरू में दार्जिलिंग के सदर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था.खबर के मुताबिक, चार्जशीटेड आरोपी राय 2017 से ट्रायल की कार्यवाही से बच रहा था. गिरफ्तारी से बचने के लिए राय दार्जिलिंग से बेंगलुरु चला गया था. लगातार प्रयासों के बाद, सीबीआई ने राय को सफलतापूर्वक ट्रैक किया और गिरफ्तार कर लिया. अब उसे मुकदमे का सामना करने के लिए अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा.

सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, "पूरन बहादुर राय की गिरफ्तारी इस लंबे समय से लंबित मामले में एक महत्वपूर्ण सफलता है. सीबीआई यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि कानून से बचने वालों को न्याय के कटघरे में लाया जाए."

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