किशनगंज:कांग्रेस सांसदराहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' सोमवार 29 जनवरी को किशनगंज पहुंची. एक दिन पहले यानी 28 जनवरी को बिहार में एनडीए की नई सरकार का गठन हुआ है. इस मौके पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. जयराम रमेश ने कहा कि नीतीश कुमार पहले भी ऐसा किया था. इनके रंग बदलते रहते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के जाने की इंडिया गठबंधन के नेताओं को कोई चिंता नहीं है. बिहार की जनता भी खुश है.
प्रतिशोध की राजनीति का आरोपः किशनगंज के कोचाधामन प्रखंड अंतर्गत बूढ़ी मारी में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए लालू यादव के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर कहा कि लालू यादव से ईडी की पूछताछ होनी ही थी. झारखंड के मुख्यमंत्री को भी परेशान करने की कोशिश की जाएगी, क्योंकि आगे हम झारखंड में प्रवेश करेंगे. राज्य में एक बड़ी रैली भी होगी. जयराम रमेश ने कहा कि वे लोग डरे नहीं हैं. एकजुट होकर ईडी और सीबीआई के खिलाफ लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दो भाई ईडी और सीबीआई हैं. उन्होंने पीएम मोदी पर प्रतिशोध की राजनीति करने के आरोप लगाये.
"यह प्रतिशोध की राजनीति का प्रतीक है कि अपने विरोधियों के ऊपर ईडी, सीबीआई को छोड़ देते हैं. जिनके पीछे छोड़ना चाहिए उनको अपनी वाशिंग मशीन में डाल देते हैं और वो साफ सुथरे निकलते हैं. इसकी एक मिसाल असम के मुख्यमंत्री हैं."- जयराम रमेश, कांग्रेस नेता
जातीय गणना पर पीएम ने साधी चुप्पीः जयराम रमेश ने केंद्र सरकार पर जातीय जनगणना की मांग पर चुप्पी साधे रखने का आरोप लगाया. कहा कि सभी दलों ने जातीय जनगणना करवाए जाने की मांग की थी लेकिन प्रधानमंत्री ने चुप्पी नहीं तोड़ी. नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री इसका जबाव दें क्योंकि एनडीए में वही व्यक्ति शामिल हुए हैं, जिन्होंने बिहार में जातीय जनगणना करवायी है. जयराम रमेश ने जातीय गणना की रिपोर्ट प्रकाशित नहीं करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मनमोहन सरकार के दौरान 2011 में जो जनगणना की गई थी उस रिपोर्ट को सरकार ने प्रकाशित नहीं की.