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कोचिंग सेंटर हादसाः यूपी के अंबेडकरनगर की श्रेया की मौत से सदमे में परिवार, चाचा बोले- 'बेटी खो दी, हादसा नहीं, ये हत्या है...' - Rau IAS Coaching Incident

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jul 28, 2024, 1:14 PM IST

Updated : Jul 28, 2024, 4:17 PM IST

दिल्ली के कोचिंग सेंटर हादसे में जान गंवाने वाली श्रेया यादव यूपी के अंबेडकर नगर की रहनेवाली थीं. श्रेया के साथ हुए हादसे की सूचना के बाद गाजियाबाद में रहने वाले श्रेया यादव के चाचा धर्मेंद्र यादव मौके पर पहुंचे. वो और उनका परिवार सदमे में है. घर की लाडली श्रेया को खो चुके चाचा ने कहा कि ये हादसा नहीं, हत्या है. सांसद स्वाती मालीवाल ने हादसे के बाद मृत छात्राओं के परिवार से मुलाकात की.

दिल्ली के कोचिंग सेंटर हादसे श्रेया की मौत
दिल्ली के कोचिंग सेंटर हादसे श्रेया की मौतETV Bharat (ETV Bharat)

दिल्ली के कोचिंग सेंटर हादसे श्रेया की मौत (ETV Bharat)

नई दिल्ली : कोचिंग हादसे में जान गंवाने वाली यूपी के अंबेडकरनगर की श्रेया के घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. श्रेया यादव के चाचा धर्मेंद्र यादव ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा कि कोचिंग सेंटर संचालक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. श्रेया यादव क शव को पोस्टमार्टम के बाद पैतृक गांव अंबेडकर नगर भेजा जाएगा. हादसे के बाद सांसद स्वाती मालीवाल भी श्रेया यादव के चाचा धर्मेंद्र यादव से मिली और उसके बाद एक ट्वीट किया है. जिसमें कहा है कि हादसे में दो बेटियों की मौत के बाद उनके परिवार से मुलाकात की दोनों के परिवार केवल दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

धर्मेंद्र यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले के छोटे से गांव हरसावां हसनपुर से श्रेया यादव अपने माता पिता के सपने को साकार करने के लिए दिल्ली में आईएएस की तैयारी कर रहीं थी. दो भाइयों में अकेली श्रेया कड़ी मेहनत और लगन ने आईएस की तैयारी में जुटी हुईं थीं, लेकिन शनिवार रात राव आईएएस सर्कल बिल्डिंग के बेसमेंट की लाइब्रेरी में पानी भरने से श्रेया की मौत हो गई. इसके साथ माता पिता का सपना भी डूब गया."

उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले के छोटे से गांव हरसावां हसनपुर से श्रेया यादव अपने माता पिता के सपने को साकार करने के लिए दिल्ली में आईएएस की तैयारी कर रहीं थी. दो भाइयों में अकेली श्रेया कड़ी मेहनत और लगन ने आईएस की तैयारी में जुटी हुईं थीं, लेकिन शनिवार रात राव आईएएस सर्कल बिल्डिंग के बेसमेंट की लाइब्रेरी में पानी भरने से श्रेया की मौत हो गई. इसके साथ माता पिता का सपना भी डूब गया. राम मनोहर लोहिया अस्पताल की मोर्चरी में श्रेया के शव का पोस्टमार्टम चल रहा है. श्रेया के चाचा धर्मेंद्र यादव ने ईटीवी भारत से बातचीत में ये बातें बताई

धर्मेंद्र यादव ने बताया कि वह गाजियाबाद में रहती हैं. उनकी भतीजी श्रेया दिल्ली के पांडव नगर में पीजी में रहकर आईएएस की तैयारी कर रही थी. शनिवार रात कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में पानी भरने से कोई विद्यार्थियों की मौत की सूचना के बाद वह मौके पर पहुंचे. उन्हें पता चला कि उनकी भतीजी की पानी मे डूबने से मौत हो गई है. उन्होंने गांव में परिवार को इसकी सूचना दी. उन्होंने बताया कि गांव में परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. पोस्टमार्टम के बाद वह अपनी भतीजी श्रेया का शव गांव लेकर जाएंगे. उन्होंने गांव से अभिभावकों को आने से रोक दिया है. धर्मेंद्र यादव का कहना है की कोचिंग सेंटर के संचालक के खिलाफ गाड़ी रतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए जिससे कि इस तरीके की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके.

श्रेया के चाचा धर्मेंद्र यादव ने ईटीवी भारत को बताया कि वह गाजियाबाद में रहते हैं. उनकी भतीजी श्रेया दिल्ली के पांडव नगर में पीजी में रहकर आईएएस की तैयारी कर रही थी. शनिवार रात कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में पानी भरने से कोई विद्यार्थियों की मौत की सूचना के बाद वह मौके पर पहुंचे. उन्हें पता चला कि उनकी भतीजी की पानी मे डूबने से मौत हो गई है. उन्होंने गांव में परिवार को इसकी सूचना दी.

उन्होंने बताया कि गांव में परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. पोस्टमार्टम के बाद वह अपनी भतीजी श्रेया का शव गांव लेकर जाएंगे. उन्होंने गांव से अभिभावकों को आने से रोक दिया है. धर्मेंद्र यादव का कहना है कि कोचिंग सेंटर के संचालक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए, जिससे कि इस तरीके की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके.

बीएससी पूरा करने के बाद इसी साल लिया था एडमिशन
धर्मेंद्र यादव ने बताया कि उनकी भतीजी श्रेया यादव ने उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से बीएससी की पढ़ाई पूरी की. इसी साल श्रेया आईएएस की तैयारी करने के लिए दिल्ली आई थीं. राव आईएएस में एडमिशन लेने के बाद वह पीजी में रह रही थीं. श्रेया के माता-पिता गांव में ही रहते हैं. श्रेया का एक बड़ा भाई है जो जैनिज्म की पढ़ाई कर रहा है और छोटा भाई आठवीं कक्षा में है. माता-पिता गांव में खेती करते हैं. माता पिता ने बड़ी उम्मीद से बेटी को दिल्ली भेजा था की बेटी को पढ़ा लिखा कर आईएएस बनाएंगे. उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि श्रेया के साथ इस तरीके की घटना हो जाएगी और बेटी को इस बनाने के सपने के साथ उनकी बेटी भी उनसे दूर चली जाएगी.

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Last Updated : Jul 28, 2024, 4:17 PM IST

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