हैदराबादःभारतीय राजनीति में परिवारों का दबदबा सदा से रहा है. आज के समय में लगभग हर पार्टी में परिवार की विरासत संभालने वाले सांसद व विधायक हैं. लेकिन पति-पत्नी एक साथ किसी न किसी सदन के सदस्य रहें, यह थोड़ा इंटेरेस्टिंग जरूर है. उप-चुनाव के परिणाम में भी ऐसा देखने को मिला. हिमाचल प्रदेश के सीएम की पत्नी कमलेश ठाकुर उप-चुनाव में देहरा से निर्वाचित हुईं हैं. लोकसभा में भी ऐसे उदाहरण मौजूद हैं. आइए इन पर एक नजर डालते हैं.
तेलंगाना (2023-2028)
कांग्रेस के दिग्गज नेता एन. उत्तम कुमार रेड्डी और उनकी पत्नी पद्मावती रेड्डी ने क्रमशः हुजूरनगर और कोडाद निर्वाचन क्षेत्रों से जीत हासिल की. दोनों 2023 में तेलंगाना विधानसभा के लिए चुने गए. उत्तम कुमार रेड्डी नलमाडा को 116,707 (54.21%) वोट मिले और उनकी पत्नी पद्मावती रेड्डी को क्रमशः 125,783 (60.19%) वोट मिले.
झारखंड (2019-2024)
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन दोनों एक ही विधानसभा के सदस्य हैं. कल्पना सोरेन ने 2024 में उपचुनाव जीता जबकि हेमंत सोरेन 2019 से सदस्य थे. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने गांडेय विधानसभा उपचुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार दिलीप कुमार वर्मा को 82,000 से अधिक मतों से हराया.
हिमाचल (2022-2027)
हिमाचल प्रदेश के सीएम कांग्रेस उम्मीदवार सुखविंदर सिंह सुखू की पत्नी कमलेश ठाकुरः कमलेश ठाकुर ने जुलाई 2024 में उपचुनाव जीता. कमलेश ठाकुर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, भाजपा के होशियार सिंह को 9,000 से अधिक मतों से हराया। 2010 में देहरा के गठन के बाद से कांग्रेस ने कभी जीत हासिल नहीं की है.
गोवा (2022-2027)
- विश्वजीत राणे ने 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में अपने वालपोई निर्वाचन क्षेत्र को बरकरार रखा. उनकी पत्नी देविया राणे ने भी भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पोरेम निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव जीता.
- कांग्रेस के माइकल लोबो ने अपने पारंपरिक विधानसभा क्षेत्र कलंगुट से जीत हासिल की, जबकि उनकी पत्नी डेलिलाहवोन ने भी कांग्रेस के टिकट पर सिओलिम से जीत हासिल की. डेलिलाह लोबो ने 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर सिओलिम निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के चार बार के विधायक दयानंद मांड्रेकर को 1,727 मतों के अंतर से हराया था.
- भाजपा के अटानासियो मोनसेराटे पणजी से जीते, जबकि उनकी पत्नी जेनिफर भाजपा के टिकट पर तालेगाओ से जीतीं. जेनिफर मोनसेराटे मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के पहले कार्यकाल के दौरान गोवा कैबिनेट में एकमात्र महिला मंत्री थीं.
बिहार (2005-2010) कौशल यादव और उनकी पत्नी पूर्णिमा यादव - दोनों ही निर्दलीय सदस्य के रूप में विधानसभा के लिए चुने गए हैं.
हरियाणा (2014-2019)
एचजेसी प्रमुख कुलदीप बिश्नोई और उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई ने क्रमशः हिसार जिले के आदमपुर और हांसी क्षेत्रों से जीत हासिल की. रेणुका बिश्नोई को 46335 और कुलदीप बिश्नोई को 56757 वोट मिले. दोनों 2014-2019 विधानसभा के दौरान सदस्य थे.
1952 से पति-पत्नी दंपत्ति लोकसभा सदस्य
चौथी लोकसभा (1967-1971)
ए के गोपालन नांबियार और सुशीला गोपालनःए के गोपालन नांबियार, जिन्हें ए के जी के नाम से जाना जाता है. एक स्वतंत्रता सेनानी और संसद में विपक्ष के पहले नेता थे. वे 1952 से 1977 तक पालघाट (केरल) से लोकसभा के लिए चुने गए थे. उनकी पत्नी सुशीला गोपालन एक प्रमुख मार्क्सवादी और ट्रेड यूनियनिस्ट थीं. वे पहली बार 1967 में चिरायनकिल (केरल) से लोकसभा के लिए चुनी गई थीं. पति-पत्नी दोनों सीपीएम के सदस्य थे.
7वीं लोकसभा 1980-1984