नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर देश में 'छोटे मूल्य के नोटों की कमी' की ओर ध्यान खींचा है. तमिलनाडु के विरुधुनगर से सांसद टैगोर ने पत्र में कहा है कि नोटों की भारी कमी से लाखों नागरिक प्रभावित हो रहे हैं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों और शहरों में रहने वाले गरीब समुदाय के लोग.
लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक टैगोर ने एक्स पर पत्र को साझा करते हुए लिखा, "10, 20 और 50 रुपये के नोटों की भारी कमी ने बहुत असुविधा और कठिनाई पैदा की है."
Wrote a letter to Hon’ble Finance Minister @nsitharaman regarding the severe shortage of Rs. 10, 20, and 50 denomination notes, which is causing hardship in rural and urban poor communities. Urging for immediate intervention to resume 1/2 pic.twitter.com/NEYXsIOZ9d
— Manickam Tagore .B🇮🇳மாணிக்கம் தாகூர்.ப (@manickamtagore) September 21, 2024
उन्होंने लिखा, "रिपोर्ट्स बताती हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने UPI और कैशलेस ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए इन नोटों की छपाई बंद कर दी है. हालांकि डिजिटल पेमेंट के लिए जोर देना अच्छी बात है, लेकिन यह कदम उन लोगों को असंगत रूप से प्रभावित करता है, जिनके पास डिजिटल भुगतान के बुनियादी ढांचे तक पहुंच नहीं है, खासकर ग्रामीण इलाकों में.
मुद्रा तक पहुंच के मौलिक अधिकार का उल्लंघन
उन्होंने यह भी कहा कि यह निर्णय दैनिक लेन-देन के लिए आवश्यक मुद्रा तक पहुंच के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करता है. इस कमी के कारण छोटे व्यवसायों, रेहड़ी लगाने वालों और दैनिक वेतन भोगियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं, जो काफी हद तक नकद लेन-देन पर निर्भर हैं.
उन्होंने वित्त मंत्री से आग्रह किया कि वो आरबीआई को करेंसी नोटों की छपाई और उनका वितरण फिर से शुरू करने का निर्देश दें. साथ ही उन्होंने कहा कि डिजिटल डिवाइड को दूर करने और ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल भुगतान के बुनियादी ढांचे तक पहुंच में सुधार के लिए उपाय लागू करें.
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