उत्तरकाशी: सीमांत उत्तरकाशी जिले में दो दिनों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी से नजारा तो खूबसूरत हो गया है, लेकिन मुसीबत भी बढ़ा गई है. हर्षिल घाटी में बर्फबारी के कारण गंगोत्री हाईवे झाला से गंगोत्री तक दूसरे दिन भी बंद रहा. जबकि, हर्षिल घाटी के चार गांव समेत गंगोत्री धाम में रविवार सुबह से बत्ती गुल है. उधर, यमुनोत्री धाम समेत कई गांव भी बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं. वहीं, मोरी के चार गांवों में भी बिजली आपूर्ति ठप है.
बता दें कि बीते शनिवार सुबह से गंगोत्री, यमुनोत्री धाम और हर्षिल समेत मोरी के ऊंचाई वाले गांवों में बर्फबारी जारी है. जिला मुख्यालय समेत निचले इलाकों में रूक-रूक कर बारिश का सिलसिला जारी है. जिससे तापमान भी गिरा है. गंगोत्री हाईवे बर्फबारी से दूसरे दिन भी नहीं खुल पाया. हालांकि, बीआरओ की मशीनरी और मजदूर हाईवे खोलने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन रूक-रूक हो रही बर्फबारी के कारण हाईवे खोलने में बीआरओ की टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.
बर्फबारी के कारण विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त होने के कारण हर्षिल समेत बगोरी, धराली, मुखबा और गंगोत्री धाम में आपूर्ति ठप है. उधर, यमुनोत्री धाम समेत गीठ पट्टी के 12 गांव और सर बडियार और ठकराल पट्टी के 13 गांव बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं. तहसील मुख्यालय बड़कोट में रूक-रूककर बारिश हो रही है. वहीं, मोरी के सिरगा, ओसला, गंगाड़ और पवाणी गांवों में भी रविवार शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई थी.