देहरादून: उत्तराखंड में 38वें नेशनल गेम्स से पहले बड़ी खबर सामने आई है. हरिद्वार के रोशनाबाद क्षेत्र में हॉकी की नाबालिग प्लेयर ने अपने कोच भानुप्रकाश पर दुष्कर्म के गंभीर आरोप लगाये हैं. मामले को गंभीरता से लेते हुए हरिद्वार पुलिस ने आरोपी कोच को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. जहां से आरोपी कोच को जेल भेज दिया गया है. आरोपी हॉकी कोच का नाम भानु प्रकाश (30 वर्ष) है. आरोपी टनकपुर का रहने वाला है.
पीड़िता से खेल मंत्री ने की मुलाकात: नेशनल गेम्स से पहले इस खबर से खेल विभाग में हड़कप मच गया. आनन फानन में खेल मंत्री हरिद्वार पहुंची. जहां खेल मंत्री रेखा आर्य ने पीड़िता से मुलाकात की.पीड़िता से मुलाकात के बाद खेल मंत्री ने मामले में सख्त से सख्त एक्शन की बात कही. खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा इस तरह की घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की सोच रखने वाले लोगों को बिल्कुल भी बढ़ावा ना मिले इसके लिए विभाग सख्त कार्रवाई करने जा रहा है. साथ ही महिला सुरक्षा को लेकर के भी कई सख्त कदम आगे उठाने जा रहे हैं.
आज मेरा मन बहुत दुखी है। हरिद्वार के रोशनाबाद में एक हॉकी खिलाड़ी बिटिया के साथ जो घटना हुई वह देवभूमि में अक्षम्य है ।
— Rekha Arya (@rekhaaryaoffice) January 6, 2025
पीड़िता व उनके परिजनों से बातचीत करके उनकी पीड़ा को समझा और उनके परिवार को हर तरह की मदद का भरोसा दिया ।
जिस आरोपी कोच ने शर्मनाक घटना को अंजाम दिया वह इस… pic.twitter.com/sqGU0Ncy1m
आरोपी कोच की नौकरी से छुट्टी: पीड़िता से मुलाकात के बाद खेल मंत्री रेखा आर्य सख्त नजर आई. उन्होंने इस घटना को गंभीर बताते हुए कड़ा एक्शन लिया. खेल मंत्री रेखा आर्य ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी कोच भानूप्रकाश की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने की बात कही. इसके साथ ही खेल मंत्री की रेखा आर्य ने आरोपी कोच के खिलाफ स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) को एक पत्र लिखने की बात भी कही. जिसमें खेल विभाग और खेल मंत्री स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया से आरोपी कोच के कोच संबंधी सभी प्रमाण पत्र को निरस्त करने की मांग करेंगी.
उत्तराखंड महिला आयोग ने लिया संज्ञान: खेल मंत्री के साथ ही उत्तराखंड महिला आयोग ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है.हिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल से इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा किसी भी कीमत पर इस निन्दनीय घटना के आरोपी को बख्शा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने जिला क्रीड़ा अधिकारी को मामले में गंभीर जांच के निर्देश दिए हैं.
महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए टोल फ्री नंबर: वहीं, इस घटना के बाद खेल विभाग ने महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है. विशेष प्रमुख खेल सचिव अमित सिन्हा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. उन्होंने कहा यह राष्ट्रीय खेलों से पहले खेल विभाग के लिए एक बड़ा सबक है. उन्होंने कहा इस तरह की मानसिकता रखने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. घटना होने ही नहीं बल्कि कुछ भी इस तरह की शिकायत प्राप्त होने पर विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा कि आज से ही हर खेल में मौजूद महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए विभाग एक टोल फ्री नंबर जारी करने जा रहा है.
पढ़ें-हरिद्वार हॉकी प्लेयर रेप आरोप मामला, आरोपी कोच की नौकरी से छुट्टी, SAI प्रमाण पत्र भी होंगे निरस्त