बीजापुर:अमित शाह के बस्तर दौरे से पहले नक्सल प्रभावित जिलों में लगातार जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ का सिलसिला जारी है. आज सुबह बीजापुर में एक बार फिर सुरक्षाकर्मियों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस एनकाउंटर में जवानों ने दो नक्सलियों को मार गिराया है. एएसपी चंद्रकांत गवर्णा ने मुठभेड़ की पुष्टि की है. मारा गया नक्सली तिमापुर आंगनबाड़ी सहायिका की हत्या में शामिल था. इस बात का ऐलान खुद बीजापुर के पुलिस अधिकारियों ने किया है.
नेंद्रा और पुन्नूर गांवों के जंगल में मुठभेड़: एएसपी ने बताया कि गुरुवार रात बासागुड़ा थाना क्षेत्र के नेंद्रा और पुन्नूर गांवों के जंगल में नक्सली संगठन मद्देड़ एरिया कमेटी के सशस्त्र माओवादियों की सूचना मिली थी. इस सूचना पर डीआरजी, कोबरा 210 और यंग प्लाटून 168 वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस की टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली. आज सुबह साढ़े 7 बजे के आसपास जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. गोलीबारी बंद होने के बाद मौके से दो नक्सलियों के शव बरामद हुए. दो 12 बोर की बंदूक, 1 भरमार, टिफिन बम, माओवादी पिट्ठु, वर्दी और अन्य नक्सली सामान मिली है.
गंगालूर में प्लाटून डिप्टी कमांडर ढेर:इससे पहले बुधवार को गंगालूर क्षेत्र के मुनगा जंगल-पहाड़ में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में डीआरजी के दो जवान घायल हुए. एक नक्सली को मार गिराया गया. मारे गए नक्सली की पहचान हो गई है. गंगालूर मुठभेड़ में मारे गए माओवादी की शिनाख्त गंगालूर एरिया कमेटी के प्लाटून डिप्टी कमांडर पाण्डु माड़वी के रूप में हुई है.
सर्च ऑपरेशन में पिस्टल, एक्सप्लोसिव बरामद:मुठभेड़ के बाद जवानों ने घटनास्थल पर सर्चिंग अभियान चलाया. सर्च ऑपरेशन के बाद जवानों को एक 9MM Pistol, 1 टिफिन बम, 1 कुकर बम, सहित एक्सप्लोसिव और दैनिक उपयोगी सामान मिला है. पुलिस अधिकारियों और जवानों ने मुठभेड़ में बड़ी संख्या में माओवादियों के मारे जाने और घायल होने का दावा किया है.
गंगालूर पुलिस कर रही जांच:DSP विनीत साहू ने बताया कि 11 दिसंबर 2024 को डीआरजी, बस्तर फाइटर्स के जवान और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में अज्ञात नक्सलियों का शव और हथियार के साथ मिला. अज्ञात माओवादी की पहचान गंगालूर एरिया कमेटी के प्लाटून डिप्टी कमांडर पाण्डु माड़वी के रूप में हुई है. इस मामले में गंगालूर में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
नेन्ड्रा पुन्नुर मुठभेड़ में अपडेट: बीजापुर मुठभेड़ में मारे गए एक नक्सली पर पुलिस ने 1 लाख का इनाम रखा था. मारा गया नक्सली नेंड्रा पुन्नुर के बासागुड़ा थाना इलाके का सीएनएम अध्यक्ष था. मारे गए दोनों नक्सलियों पर बीजापुर पुलिस अधीक्षक ने भी दस दस हजार का इनाम घोषित कर रखा था. मारे गए दोनों नक्सली तिमापुर आंगनबाड़ी सहायिका की हत्या में शामिल रहे.
छत्तीसगढ़ में बड़े नक्सल एनकाउंटर
22 नवंबर 2024: छत्तीसगढ़ के सबसे दक्षिणी जिले सुकमा में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दस माओवादी मारे गए. पुलिस के अनुसार, मारे गए लोगों में एक माओवादी कमांडर भी शामिल था, जो पिछले कई वर्षों से उन मुठभेड़ों में शामिल था, जिसमें 60-80 जवानों की मौत हुई थी.
16 नवंबर2024: छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में उग्रवाद विरोधी अभियान में पांच माओवादी मारे गए और दो सुरक्षाकर्मी घायल हुए. नारायणपुर और कांकेर जिलों की सीमा पर उत्तरी अबूझमाड़ के एक जंगल में सुबह करीब 8 बजे गोलीबारी शुरू हुई थी, जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम माओवादी विरोधी अभियान पर निकली थी.
04 अक्टूबर 2024:4 अक्टूबर की मुठभेड़ में 38 नक्सली मारे गए. राज्य के 24 साल के इतिहास में एक ही ऑपरेशन में माओवादियों की सबसे अधिक मौतें हुईं. मारे गए नक्सलियों पर सामूहिक रूप से 2.62 करोड़ रुपये का इनाम था. यह मुठभेड़ नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर थुलथुली और नेंदुर गांवों के बीच जंगल में अबूझमाड़ इलाके में हुई. राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक संयुक्त टीम ऑपरेशन में शामिल थी.
03 सितंबर 2024: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में मुठभेड़ में 9 माओवादी मारे गए. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में चल रही मुठभेड़ के दौरान जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की संयुक्त टीम ने नौ माओवादियों को मार गिराया.
02.जुलाई 2024:बस्तर के नारायणपुर जिले में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में पांच माओवादी मारे गए.
15 जून 2024: अबूझमाड़ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 8 माओवादी मारे गए. वहीं एक जवान शहीद हुआ जबकि दो जवान घायल हो गए.
07 जून 2024: पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के चार सहित 06 माओवादी ढेर हुए. छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में यह मुठभेड़ हुई. मारे गए माओवादियों पर 38 लाख रुपये का सामूहिक इनाम रखा गया था।
23 मई 2024:छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में आठ नक्सली ढेर हुए.
10 मई 2024: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए. बीजापुर एसपी और दंतेवाड़ा डीआईजी के मुताबिक, 12 घंटे से ज्यादा समय तक चली मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए. मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया. मुठभेड़ गंगालूर पुलिस थाने की सीमा के अंतर्गत पिडिया गांव के पास जंगल में उस समय हुई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक टीम नक्सल विरोधी अभियान पर थी.
30 अप्रैल 2024:सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो महिलाओं समेत 09 नक्सली मारे गये. छत्तीसगढ़ पुलिस के नारायणपुर और कांकेर जिले की सीमा पर मुठभेड़ हुई. अबूझमाड़ इलाके के टेकमेटा और काकुर गांवों के बीच जंगल में यह मुठभेड़ तब हुई, जब जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी.
16 अप्रैल 2024: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में राज्य पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के संयुक्त बलों के साथ भीषण मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गये. यह बीते आठ सालों में माओवादी को किसी एक मुठभेड़ में लगा सबसे बड़ा झटका था. छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद यह सबसे बड़ा ऑपरेशन भी था.
02 अप्रैल2024: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में 13 माओवादी मारे गए. मुठभेड़ सुबह लगभग 6 बजे लेंड्रा गांव के पास एक जंगल में हुई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान चला रही थी.
27 मार्च 2024: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के उग्रवाद प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो महिला कैडरों सहित 06 नक्सली मारे गए. बासागुड़ा क्षेत्र के चिकुरभट्टी और पुसबाका गांवों के जंगलों में सुरक्षाकर्मियों और माओवादियों के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई.
27 फरवरी 2024:सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में चार माओवादियों को मार गिराया, जब वे छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के एक वन क्षेत्र में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगा रहे थे.
03 फरवरी 2024:नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 02 माओवादी मारे गए।. ओरछा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत गोमगल गांव के पास जंगल में मुठभेड़ हुई.