बैंगलुरु: बैंगलुरु की मदीवाला पुलिस ने AI- संचालित फेस रेकिग्निशन तकनीक का उपयोग करते हुए एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है. वह वर्षों से अदालत से फरार चल रहा था. अफरोज पाशा के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी को पुलिस ने करीब दस साल पहले गिरफ्तार कर अदालत के सामने पेश किया था. बाद में जमानत मिलने के बाद वह फरार हो गया था. बहुत तलाश करने के बाद भी पुलिस उसे पकड़ नहीं पायी थी.
हाल ही में, पाशा अपने भाई से मिलने के लिए परप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल का दौरा किया, जो जेल की सजा काट रहा था. उसे जेल में स्थापित एआई सक्षम फेस रिकग्निशन कैमरों ने पहचान लिया कि उसके खिलाफ उनके खिलाफ एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था. इस अलर्ट के कारण जेल की सुरक्षा में लगे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के अधिकारी सतर्क हो गये.
सीआईएसएफ अधिकारियों ने तुरंत मदीवाला पुलिस स्टेशन को सूचित किया. मडीवाला स्टेशन पुलिस तुरंत परप्पाना अग्रहर सेंट्रल जेल गई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस और लंबिक मामलों की पुष्टि के बाद सीआईएसएफ ने पाशा को पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. बता दें कि आमतौर पर, एआई-संचालित फेस रिकग्निशन कैमरा एक व्यक्ति के बारे में यह बताता है कि क्या उसके खिलाफ कोई केस चल रहा है या लंबित है, या व्यक्ति की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि है.
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