हरिद्वार: सोमवती अमावस्या के स्नान पर्व पर आज सोमवार 8 अप्रैल को बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे और गंगा स्नान किया. आधी रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ हरकी पैड़ी और हरिद्वार के अन्य घाटों पर देखी जा रही थी. तड़के चार बजे से ही लोग गंगा में डुबकी लगाते नजर आ रहे थे. गंग समिति का कहना है कि मां शाम गंगा आरती दर्शन तक लगभग 45 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाई. मान्यता है कि सोमवती अमावस्या पर गंगा समेत अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप नष्ट हो जाते है.
हरिद्वार में कल रविवार रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी. सुबह तक हरकी पैड़ी पर पैर रखने की जगह तक नहीं थी. सोमवती अमावस्या के स्नान पर्व का विशेष महत्व माना जाता है. मान्यता है कि इस अवसर पर मां गंगा में स्नान करने से सभी कष्ट दूर होते है, मनोकामनाए पूरी होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही सोमवती अमावस्या पर पितरों के निमित्त पूजा करने से जीवन मे सुख और शांति आती है.
सोमवती अमावस्या का महत्व: पंडित मनोज त्रिपाठी सोमवती अमावस्या के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए कहते है कि जब भी कोई अमावस्या सोम युक्ता अर्थात सोमवार के दिन पड़ेगी तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है. अमावस्या स्नान दान के लिए, पितरों के लिए बहुत ही पुण्य दाई होता है. इस दिन जो लोग अपने पितरों के निमित्त पूजा अर्चना दान इत्यादि करते हैं, उनके पित्र तृप्त रहते हैं और उनका घर धन-धान्य से भरा रहता है.