पटना : पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक फिजा में एक बात की सुगबुगाहट हो रही थी कि नीतीश कुमार फिर से पाला बदलने वाले हैं. इन कयासों पर जेडीयू चीफ व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्ण विराम लगा दिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने नीतीश कुमार ने कहा कि अब उधर जाने का कोई सवाल ही नहीं है.
''पहले की सरकार क्या करती थी? मुझसे दो बार गलती हुई कि मैं उनके साथ चला गया. हमारा(NDA) शुरू से रिश्ता था, 1995 से यह चला आ रहा है. बीच में कभी दो बार गलती हुई, मैं 'इधर-उधर' हुआ लेकिन अब नहीं होगा. उन लोगों का झूठा पर्चा छपता रहता है. कभी यहां तो कभी दिल्ली में."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
'2005 से पहले क्या स्थिति थी ?' : सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 में जब हम लोग आए थे तो क्या हालत थी? सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी थी. दवा और अन्य सुविधाओं की कमी थी. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रतिमाह 39 मरीज आते थे. हम लोग जैसे ही सरकार में आए 2006 में अस्पतालों में मुफ्त दवा की शुरुआत की गई. अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हर महीना 11000 से अधिक मरीज आ रहे हैं.
''बहुत जल्द मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाई जाएगी. बहुत जल्द 11 से बढ़कर 15 मेडिकल कॉलेज हो जाएगा. नालंदा मेडिकल कॉलेज, दरभंगा मेडिकल कॉलेज, मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज, भागलपुर मेडिकल कॉलेज और गया मेडिकल कॉलेज को विकसित किया जा रहा है.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
आई हॉस्पीटल का उद्धाटन : दरअसल, आईजीआईएमएस परिसर में 188 करोड़ की लागत से नए नेत्र अस्पताल का उद्घाटन किया गया. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया. इस उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने ये बातें कही.