देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा में लगातार मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. चारधाम यात्रा के साथ ही प्राकृतिक आपदा और सड़क हादसे में अभी तक 231 लोगो की मौत हो चुकी है. 134 लोगों के घायल होने के साथ ही एक व्यक्ति लापता है. चारधाम यात्रा के इतर मानसून सीजन के दौरान प्राकृतिक आपदा और सड़क हादसों में जान गवाने वाले की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है. पिछले 35 दिनों में ही 61 लोगों की मौत हो चुकी है. मौसम विभाग ने अगले दो दिन प्रदेश भर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग केंद्र के अनुसार, 21 और 22 जुलाई को प्रदेश के तीन जिले चंपावत, नैनीताल और उधमसिंह नगर में भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना है. जिसके चलते मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. इसी के साथ पौड़ी और अल्मोड़ा जिले में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. बाकी बचे प्रदेश के अन्य 8 जिलों में कही कही भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए प्रदेश के खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं.
उत्तराखंड में हर साल प्राकृतिक आपदा और सड़क हादसे में सैकड़ो लोगों की मौत हो जाती है. बावजूद इसके अभी तक ऐसा कोई मेकेनिज्म तैयार नहीं हो पाया है. जिसके चलते सड़क हादसे और आपदा के चलते होने वाली मौतों पर लगाम लगाया जा सके. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, 15 जून से मानसून सीजन शुरू होने के बाद से 20 जुलाई यानी इन 35 दिनों के भीतर 61 लोगों की मौत चुकी है. इसके साथ ही 134 लोगों के घायल होने के साथ ही एक व्यक्ति लापता है.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, 15 जून से 20 जुलाई तक, नेचुरल आपदा की वजह से 23 लोगों की मौत हुई है. 11 लोगों के घायल होने के साथ एक व्यक्ति लापता हो गया है. अल्मोड़ा जिले में दो लोगों की मौत और एक व्यक्ति घायल, चमोली जिले में 4 लोगों की मौत और 5 व्यक्ति घायल, चंपावत जिले में दो लोगों की मौत और एक व्यक्ति घायल, पौड़ी जिले में दो लोगों की मौत और तीन व्यक्ति घायल, उधमसिंह नगर जिले में 9 लोगों की मौत और एक व्यक्ति घायल, हरिद्वार जिले में एक व्यक्ति की मौत, नैनीताल जिले में दो लोगों की मौत एवं उत्तरकाशी जिले में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है.