कोटा : नीट यूजी परीक्षा के परिणाम के आधार पर मेडिकल काउंसलिंग चल रही है, जिसमें स्टेट 85 फीसदी कोटा और सेंट्रल 15 फीसदी कोटा के तहत काउंसलिंग हो रही है. दोनों ही काउंसलिंग के दो-दो राउंड पूरे हो गए हैं. सेंट्रल काउंसलिंग को मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) करवा रही है, जबकि स्टेट काउंसलिंग को स्टेट मेडिकल डेंटल काउंसलिंग बोर्ड करवा रहा है. कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि राजस्थान की बात की जाएं तो दो राउंड के बाद सामने आए डाटा में सेंट्रल काउंसलिंग से कटऑफ काफी ऊंची गई है. जबकि सेंट्रल के पहले राउंड की क्लोजिंग रैंक से भी राजस्थान के दूसरे राउंड की क्लोजिंग रैंक ऊंची है.
यहां सेंट्रल काउंसलिंग के पहले राउंड की क्लोजिंग रैंक से भी ज्यादा राजस्थान के दूसरे राउंड की क्लोजिंग रैंक है. इससे साफ है कि राजस्थान में अन्य राज्यों की अपेक्षा ज्यादा ऊंची क्लोजिंग रैंक गई है. कई राज्य ऐसे हैं, जहां पर सेंट्रल काउंसलिंग के आसपास ही क्लोजिंग रैंक रही है, जबकि राजस्थान में 5000 से ज्यादा का अंतर ऑल इंडिया रैंक में रहा है. वहीं, राजस्थान में टॉप स्कोर करने वाले कैंडिडेट की संख्या अन्य स्टेट से काफी ज्यादा है.
इसे भी पढ़ें -चार नए मेडिकल कॉलेज को मिली एडमिशन की अनुमति, सूची में राजस्थान का एक और तेलंगाना के 3 कॉलेज शामिल - MBBS Admission 2024
सेंट्रल में 665 अंक पर एमबीबीएस सीट, राजस्थान में 661 :एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि सेंट्रल काउंसलिंग में जहां पहले राउंड में जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट को ऑल इंडिया रैंक 19603 पर सरकारी सीट मिली थी. इस पर नीट यूजी का 660 स्कोर था. जबकि राजस्थान की काउंसलिंग के दूसरे राउंड में 17717 ही क्लोजिंग रैंक रही है. यहां रैंक पर नीट का स्कोर 661 है. हालांकि सेंट्रल काउंसलिंग के दूसरे राउंड में 22995 क्लोजिंग रैंक रही है. यहां 655 अंक स्कोर रहा है.