जयपुर: साल 2026 में होने वाले खेलो इंडिया राष्ट्रीय युवा खेलों की मेजबानी राजस्थान कर सकता है. भजनलाल शर्मा ने वर्ष खेलो इंडिया राष्ट्रीय युवा खेलों की मेजबानी राजस्थान को देने के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिख कर औपचारिक अनुरोध किया है. उन्होंने प्रदेश के युवाओं को खेलों के क्षेत्र में आगे ले जाने और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए राज्य में राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र एवं खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए भी केन्द्र सरकार से आग्रह किया है.
250 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता : मुख्यमंत्री भजनलाल ने केन्द्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री श्री मनसुख मंडाविया को लिखे पत्र में कहा कि खेलो इंडिया राष्ट्रीय युवा खेल-2026 की मेजबानी राजस्थान को मिलने से राज्य के युवाओं को खेल के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का बेहतर अवसर मिलेगा. इससे स्थानीय खेल संस्कृति, खेलों के बुनियादी ढांचे और प्रदेश के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
उन्होंने इस आयोजन की तैयारी के उद्देश्य से खेलों के बुनियादी ढांचे के उन्नयन के लिए 250 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता स्वीकृत किए जाने का भी आग्रह किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर में राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र खोलने से स्थानीय एथलीटों को प्रोत्साहन मिलेगा, साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करने में भी मदद मिलेगी. खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी आधुनिक खेल प्रशिक्षण सुविधाएं और विशेषज्ञ कोचिंग उपलब्ध कराने में उपयोगी सिद्ध होगा. मुख्यमंत्री ने गत दिसम्बर में केन्द्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री से मुलाकात के दौरान भी इस बारे में चर्चा की थी.
सर्वांगीण विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध : वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आमजन को सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य और आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न विकास कार्यों के माध्यम से अंत्योदय के संकल्प के साथ कार्य कर रही है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन विकास कार्यों को पूरा करने की टाइमलाइन निर्धारित कर इन्हें समय से पूरा करें. समीक्षा बैठक के दौरान ऊर्जा विभाग, पीडब्ल्यूडी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, राजस्व, पीएचईडी, स्वायत्त शासन, जल संसाधन एवं नगरीय विकास विभाग से संबंधित विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई. उन्होंने सभी विभागों को आपस में समन्वय बना कर कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए.
विभाग अपने प्रोजेक्ट्स की करें नियमित मॉनिटरिंग : मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभाग अपने प्रोजेक्ट्स की नियमित मॉनिटरिंग करें, ताकि आमजन को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. उन्होंने अधिकारियों को प्रतापनगर में 132 केवी जीएसएस का निर्माण तथा विद्युत लाइनों को भूमिगत करने के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी एवं एनएचएआई आपस में समन्वय बनाते हुए भांकरोटा फ्लाईओवर को शीघ्र पूरा करें, जिससे यातायात व्यवस्था सुचारू हो सके. उन्होंने पीडब्ल्यूडी को 200 फीट चौराहे पर बनने वाले फ्लाईओवर, अंडरपास एवं बीलवा फ्लाईओवर के गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि रीको पुलिया से रेलवे फाटक मालपुरा तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य शीघ्र पूरा करें, जिससे यातायत सुगम हो.