पटना: एक जुलाई से बिहार में स्कूलों का टाइम टेबल बदल गया साथ में मास्टर जी की मुसीबत भी नई हो गई. ऐसा इसलिए क्योंकि अब गुरुजी को हाजिरी किसी रजिस्टर पर नहीं बल्कि ऑनलाइन लगानी होगी. ऐसे में अगर नेटवर्क ने साथ दिया तो ठीक नहीं तो समझो मास्टर साहब की दिहाड़ी 'मिट्टी में मिल गई'.
बिहार में ऑनलाइन हाजिरी के आने लगे रुझान: पहले दिन ही इस तरह के रुझान आने शुरू हो गए. हाजिरी लगाने के लिए मास्टर साहब नेटवर्क ढूंढते रह गए. उधर क्लास रूम में बच्चे गुरूजी को, दोनों नदारद थे. समय पर हाजिरी नहीं लगा पाने के कारण कई गुरुजी गैरहाजिर ही रह गए. जबकि आलम ये था कि वो समय से पहले पहुंचे लेकिन स्कूल में नेटवर्क नहीं होने की वजह से अनुपस्थित ही रह गए. इस सिचुएशन के चलते मास्टर साहब की परेशानी का कोई हल होता नहीं दिख रहा है. इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक से बढ़कर एक कमेंट और पोस्ट आ रहे हैं.
पहले दिन नेटवर्क ने किया परेशान : एक यूजर ने लिखा, ''कईयों को ये मास्टर साहब का नौटंकी लगती होगी, पर जरा सोच के देखिए आप विद्यालय में ससमय उपस्थित है, लेकिन एप पर ऑनलाइन हाजरी नहीं बना पाने के कारण आपका वेतन कट जाए, तो क्या आप भी ऐसी जद्दोजहद नहीं करते.''
'शिक्षा विभाग के आदेश का अक्षरश: पालन करते माटसाब' : एक और तस्वीर सामने आई, जिसमें दो शिक्षक अपनी हाजरी लगाने के लिए मोबाईल में नेटवर्क की तलाश में जुटे है. यूजर ने ट्वीट कर लिखा कि ''शिक्षा विभाग के आदेश का तत्परता का पालन करने का प्रयास करते बिहार के शिक्षक.''