पटना: बिहार की आर्थिक अपराध ईकाईके एडीजी नैय्यर हसनैन को शिक्षा मंत्रालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से तलब किया गया है. इस मामले में बिहार की ईओयू की टीम जांच कर रही है. ईओयू की टीम ने ही सरकारी गेस्ट हाउस में परीक्षार्थियों को NEET पेपर रटाए जाने का खुलासा आरोपियों के पकड़े जाने के बाद किया है.
EoU के ADG दिल्ली तलब: पकड़े गए आरोपियों ने कबूल किया है कि उनको किस तरह पेपर मिले और जो प्रश्न उन्हें रटवाए गए वही हू-ब-हू नीट के एग्जाम में भी आए थे. कथित अनियमितता को लेकर अब तक हुई ईओयू की जांच की जानकारी लेने के लिए शिक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी है.
नीट पेपर लीक, शिक्षा मंत्रालय ने मांगे सबूत : मामले में ईओयू की टीम पेपर लीक से जुड़ी जानकारी शिक्षा मंत्रालय को उपलब्ध करवाएगी. दरअसल, शिक्षा मंत्रालय ने ईओयू पेपर लीक से जुड़ी जानकारी मांगी है. सूत्रों की माने तो ईओयू ने पेपर लीक से जुड़े सबूत जैसे, जले हुए प्रश्न पत्र, ओएमआर शीट, पोस्ट डेटेड चेक, बुकलेट नंबर, मोबाइल फोन और अभ्यर्थियों से संबंधित कागजात इकट्ठा किए हैं.
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ''पटना में एग्जाम के दौरान अनियमितता को लेकर ईओयू से रिपोर्ट मांगी गई थी. रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार की तरफ से आगे की कार्रवाई की जाएगी.''
आरोपियों का कबूलनामा : आरोपी छात्र अनुराग यादव ने अपने लिखित आदेश में बताया है कि वह कोटा में NEET की तैयारी कर रहा था. लेकिन उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेन्दु ने उसे वापस ये कहकर बुला लिया कि सेटिंग हो गई है. सिकंदर दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर है. उसी को NEET पेपर लीक केस में मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. आरोप है कि सिकंदर ने ही फोन करके किसी मंत्री जी के नाम पर NHAI का गेस्टहाउस बुक करवाया था. उसी गेस्ट हाउस में अनुराग यादव रुका था और कथित रूप से नीट के पेपर रटवाए गए थे.
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा? : इस मामले में विजय सिन्हा ने कहा कि NEET पेपर लीक केस में आरजेडी माइंडसेट वाले लोगों का हाथ है. खुद तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम ने NHAI का कमरा बुक करवाया था. इसके लिए उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कॉल डिटेल और कुछ दस्तावेज दिखाए. इस मामले में उन्होंने तेजस्वी यादव से भी सवाल पूछे हैं.
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