पटना : बिहार में सीनियर सिटीजन को सड़क पर वाहन चलाते समय अधिक सुरक्षा और सहूलियत प्रदान करने के उद्देश्य से परिवहन विभाग ने एक नई पहल शुरू करने का निर्णय लिया है. अब वरिष्ठ नागरिकों के वाहनों के पीछे एक विशेष स्टीकर लगाए जाएंगे, जिस पर 'धैर्य रखें (keep patience) वाहन चालक वरिष्ठ नागरिक हैं' लिखा रहेगा.
वरिष्ठ नागरिकों के लिए विभाग का निर्णय : हाल के दिनों में वरिष्ठ नागरिकों के एक समूह ने परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल से मिलकर वरिष्ठ नागरिक का एक विशेष स्टीकर अपने वाहनों के पीछे लगाने का अनुरोध किया था. उनके अनुरोध पर परिवहन सचिव ने जनहित में वाहनों के पीछे वरिष्ठ नागरिक का स्टीकर लगाने की स्वीकृति दी है.

''सीनियर सिटीजन को वाहन चलाते समय अन्य वाहन चालकों द्वारा बेवजह हार्न, ओवरटेकिंग इत्यादि परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसी स्थिति में वरिष्ठ नागरिक असहज महसूस करते हैं. स्टीकर लगे होने से अन्य वाहन चालकों को उनकी उपस्थिति की जानकारी आसानी से हो सकेगी और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकेगी.''- संजय कुमार अग्रवाल, परिवहन सचिव
514 लोगों की सड़क दुर्घटना में हो चुकी है मौत : राज्य में वर्ष 2023 में 60 वर्ष से अधिक उम्र के 514 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हुई है. जबकि 262 लोग सड़क दुर्घटना में घायल हो चुके हैं. इन दुर्घटनाओं में वाहन चालक, पैसेंजर, पेडिस्ट्रीयन आदि शामिल हैं.
'सीनियर सिटीजन के लिए सम्मान का बनेगा वातावरण' : परिवहन सचिव ने बताया कि यह स्टीकर न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि सड़क पर अन्य चालकों के बीच सीनियर सिटीजन के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगा. इससे सड़क पर उनके प्रति धैर्य और सम्मान का वातावरण बनेगा.
''राज्य में सड़क सुरक्षा माह चल रहा है. इसके तहत सड़क सुरक्षा जागरुकता हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. सड़क सुरक्षा माह के दौरान परिवहन विभाग द्वारा विशेष अभियान के तहत सीनियर सिटीजन के वाहनों पर स्टीकर लगाया जायेगा. सीनियर सिटीजन का स्टीकर प्रिंट कर खुद भी अपनी सुविधानुसार वाहन चालक (वरिष्ठ नागरिक) लगा सकते हैं.''- संजय कुमार अग्रवाल, परिवहन सचिव
बेवजह हॉर्न से बचें : परिवहन सचिव ने आम लोगों से अपील की है कि वाहन चलाते समय बेवजह हॉर्न न बजाएं. इससे वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सीनियर सिटीजन अक्सर धीमी गति से वाहन चलाते हैं, जिससे अन्य वाहन चालकों को उनकी उपस्थिति का पता नहीं चल पाता. इस पहल का उद्देश्य सीनियर सिटीजन की सुरक्षा बढ़ाना और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है.
ये भी पढ़ें :-
15 साल पुरानी गाड़ी चलाने वाले हो जाएं सावधान! परिवहन विभाग ने लगाई पाबंदी, अपनाएं ये तरीका
गजब! बिहार में खड़ी थी हार्वेस्टर गाड़ी, UP में कट गया चालान