राजनांदगांव: राजनांदगांव में 9 फरवरी को सड़क हादसे में हुई आरक्षक की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि यह हादसा नहीं बल्कि मर्डर था. पुलिस ने इस केस में पांच पशु तस्करों को भी गिरफ्तार किया है.
पशु तस्कर की गाड़ी ने आरक्षक को मारी थी टक्कर: पुलिस के मुताबिक 9 फरवरी की रात को पशु तस्करों की गाड़ी ने नेशनल हाईवे 53 के पास पुलिस आरक्षक को टक्कर मारी थी. नेशनल हाईवे 53 पर बागनदी के पास स्टॉपर लगाकर पुलिस की यहां चेंकिंग चल रही थी. तभी पशु तस्करों ने आरक्षक को टक्कर मार दी जिसमें आरक्षक शिव शंकर मंडावी की इलाज के दौरान मौत हो गई. आरक्षक शिवशंकर मंडावी के ऊपर पशु तस्करों ने जान बूझकर गाड़ी चढ़ाई थी.
"9 फरवरी की रात को बागनदी थाने को सूचना मिली थी कि एक मवेशी से भरी गाड़ी महाराष्ट्र की तरफ जा रही है. जिसके बाद बागनदी थाने का स्टाफ मौके पर पहुंचा और स्टॉपर लगाकर आरोपियों को पकड़ने की तैयारी करने लगा. उसके बाद मवेशी तस्करों के ड्राइवर ने जानबूझकर गाड़ी आरक्षक शिवशंकर मंडावी के ऊपर चढ़ा दी. जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया": राहुल देव शर्मा,एडिशनल एसपी राजनांदगांव