दंतेवाड़ा: गोद में दो महीने का बच्चा और सामने पति का पार्थिव शरीर. पत्नी पर टूटा दुखों का पहाड़. एक दो नहीं बल्कि 8 शहीद जवानों के परिवार की कमोबेश यही कहानी है. सोमवार को बीजापुर में नक्सलियों ने ऐसा खूनी खेल खेला कि जवानों की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और डीआरजी जवान शहीद हो गए.
दंतेवाड़ा में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के दौरान परिजनों के आंसुओं का सैलाब उमड़ा. गोद में दुधमुंहे बच्चे लिए मां, बहन, बेटी जब दंतेवाड़ा पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पहुंचीं तो माहौल गमगीन हो गया और हर आंख नम हो गई.
नए साल पर छत्तीसगढ़ में बड़ा नक्सली हमला: दरअसल साल 2025 शुरू होते ही नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ में बड़ी घटना को अंजाम दिया. अबूझमाड़ एनकाउंटर से वापस लौट रही फोर्स को नक्सलियों ने निशाना बनाया. बीजापुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर भेज्जी और कुटरू पुलिस थाना क्षेत्र के बीच अंबेली में सोमवार दोपहर सवा दो बजे के करीब डीआरजी जवानों से भरी गाड़ी को नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर उड़ा दिया.
बीजापुर में हुए इस आईडी ब्लास्ट में नक्सलियों ने लगभग 70 किलोग्राम के शक्तिशाली IED का इस्तेमाल किया. ब्लास्ट इतना जबरदस्त था कि कंक्रीट की सड़क पर 10 फीट से ज्यादा गहरा और चौड़ा गड्ढा बन गया. जवानों की गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और डीआरजी के 8 जवान शहीद हो गए. गाड़ी के ड्राइवर की भी मौत हो गई.
मंगलवार को दंतेवाड़ा में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम रखा गया. इसमें सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, मंत्री केदार कश्यप, पीसीसी चीफ दीपक बैज सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए.
नक्सली बौखला गए हैं, इसलिए ऐसी कायराना हरकत कर रहे हैं. उनकी शहदात बेकार नहीं जाएगी-विष्णुदेव साय, सीएम छत्तीसगढ़
बीजापुर ब्लास्ट में शहीद हुए जवानों में सरेंडर नक्सली भी थे, जो कुछ दिनों पहले माओवादी विचारधारा छोड़कर फोर्स में शामिल हुए थे.
भाई था, नक्सली संगठन में जुड़ा था. पता चला कि कुछ साल पहले उसने नक्सली संगठन छोड़कर फोर्स ज्वाइन की थी. अब जिंदगी भर का गम है -शहीद जवान का भाई
साय सरकार पर हमला: शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पीसीसी चीफ दीपक बैज ने इस घटना में बड़ी लापरवाही का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के गृह मंत्री हवा में उड़ रहे हैं, उनमें गंभीरता नहीं है. बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार कहां से चल रही है. दिल्ली से, नागपुर से या फिर बिहार से चल रही है.
हम भी चाहते हैं नक्सलियों का खात्मा हो. जवानों की जान लापरवाही से जाए ऐसी शहादत नहीं चाहिए. सुरक्षा में बड़ी चूक है, जिसकी वजह से बड़ी नक्सली घटना हुई -दीपक बैज, पीसीसी चीफ
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खात्मे के लिए मार्च 2026 की डेडलाइन दी गई है. सीएम विष्णुदेव साय का कहना है कि इस वजह से नक्सली बौखला गए हैं और इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं. हालांकि सीएम ने एक बार फिर दोहराया कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. लेकिन शहीदों के परिजन कहते हैं कि हमारे लिए तो ये ज़िंदगी भर का गम है,हमने जो खोया है उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता.