राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / bharat

खुदाई में निकली भगवान विष्णु की प्रतिमा, 15वीं शताब्दी में बसा था गांव - Lord Vishnu ancient idol found

अलवर के कठूमर उपखंड के तसई गांव में मिट्टी समतल करने के दौरान भगवान विष्णु की काले पत्थर की 3 फीट ऊंची प्रतिमा निकली है. यह गांव करीब 15वीं शताब्दी में दो राजपूतों ने एक ऊंचे टीले‌ पर बसाया था.

Ancient Lord Vishnu idol of black stone found
काले पत्थर की भगवान विष्णु की प्राचीन मूर्ति निकली (ETV Bharat Alwar)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 28, 2024, 6:52 PM IST

खुदाई में भगवान विष्णु की प्राचीन मूर्ति निकली (ETV Bharat Alwar)

अलवर.कठूमर उपखंड के ग्राम तसई में गुरुवार को मिट्टी समतल करते समय भगवान विष्णु की तीन फीट उंची काले पाषाण की प्राचीन मूर्ति निकली. प्राचीन मूर्ति निकलने की जानकारी​ मिलते ही ग्रामीणो की भीड़ जमा हो गई और लोग मूर्ति की पूजा-अर्चना कर प्रसाद चढ़ाने लगे.

सरपंच मुकेश चौहान ने बताया कि ब्राह्मण समाज के सती मंदिर के पास एक प्राचीन टीला है. टीले पर करीब एक माह पूर्व खुदाई कर मिट्टी को खाली प्लॉट में डाला गया. गुरुवार को टैक्टर से प्लाट में पड़ी मिट्टी को समतल करने का कार्य किया जा रहा था, तभी अचानक टैक्टर एक हिस्सा मिट्टी में दबे पत्थर से टकरा गया. बाद में प्लाट मालिकों ने फावड़े से मिट्टी हटाई, तो वहां एक मूर्ति दिखाई दी. वहां मौजूद लोगों ने मिट्टी से मूर्ति को उठाकर सीधा किया. यह मूर्ति भगवान विष्णु की है. मूर्ति निकलने की सूचना पर ग्रामीण इकट्ठे हो गए.

पढ़ें:राजसमंद से मिली मां चामुंडा की प्रचीन मूर्ति, मामले में चार गिरफ्तार

तसई गांव बहुत पुराना है. यहां मिट्टी के ऊंचे टीले हैं. गांव के लोग जरूरत होने पर यहां से मिट्टी निकालने का कार्य करते हैं. सरपंच मुकेश चौहान ने कहा कि मिट्टी में मिली भगवान विष्णु की मूर्ति काले पाषाण की है और करीब 3 फीट ऊंची है.

पढ़ें:Special : वियतनाम मार्बल से बनी चंबल माता की 242 फीट ऊंची मूर्ति, 1500 टुकड़ों को जोड़कर बना स्ट्रक्चर, यह है खासियत

15 वीं शताब्दी में ऊंचे टीले‌ पर बसाया था गांव: ग्रामीणों के अनुसार करीब पन्द्रहवीं शताब्दी में दो राजपूतों ने एक ऊंचे टीले‌ पर तानहौरी गांव बसाया था. अब इसे तसई गांव के नाम से जाना जाता है. तसई में अति प्राचीन शिव मंदिर भी मौजूद है. उसे पातालेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है. ग्रामीण भूमिदत्त शर्मा ने बताया कि पूर्व में पातालेश्वर महादेव प्राचीन मंदिर भी खुदाई में ही मिला था. वहीं वर्ष 1968 में भूमिदत्त शर्मा के मकान की खुदाई में भी दुर्लभ मूर्तियां मिली थीं, लेकिन वे खंडित अवस्था में थी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details