हेलंग मारवाड़ी बाईपास निर्माण का विरोध, सड़कों पर उतरे लोग, निकाली विशाल रैली
जोशीमठ में दरार और भू धंसाव का मामला अभी भी सुर्खियों में है. जोशीमठ में भू धंसाव के बाद हेलंग मारवाड़ी बाईपास का निर्माण कार्य बंद कर दिया गया था, लेकिन अब फिर से निर्माण कार्य शुरू हो गया. जिसका जोशीमठ के स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने विरोध शुरू कर दिया है. आज हेलंग मारवाड़ी बाईपास निर्माण के विरोध में पूरा जोशीमठ बाजार बंद रहा. इस दौरान काफी संख्या में व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने सड़कों पर उतर कर बीआरओ के साथ सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.
इनदिनों चारधाम यात्रा भी चल रही है. ऐसे में जोशीमठ बाजार बंद होने से बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने जाने वाले तीर्थयात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बता दें कि 80 के दशक से जोशीमठ में हेलंग मारवाड़ी बाईपास निर्माण का विरोध होता आ रहा है, लेकिन जोशीमठ में दरार सामने आने पर इसका विरोध और तेज हो गया था. जिसे देखते हुए बीते जनवरी महीने में प्रशासन ने हेलंग मारवाड़ी बाईपास का निर्माण कार्य बंद कर दिया था. वहीं, एक बार फिर से यह निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया. जिसका भारी विरोध शुरू हो गया है.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हेलंग मारवाड़ी बाईपास बनने के बाद जोशीमठ आने वाले तीर्थ यात्री सीधे बाईपास से बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब जाएंगे. हर जगह बाईपास एक से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में होता है, लेकिन जोशीमठ से 13 किलोमीटर पहले यह बाईपास बनाया जा रहा है. जो कहीं भी जोशीमठ नगर के लिए न्यायोचित नहीं है, जिसके विरोध में जोशीमठ बाजार बंद रखा गया है. बाईपास बनने से श्रद्धालु नृसिंह मंदिर के दर्शनों के लिए भी नहीं पहुंच पाएंगे. ऐसे में धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी जोशीमठ की पहचान पर संकट खड़ा हो सकता है.