काशीपुरः उत्तराखंड में कुदरत ने अपनी नेमत बिखेरी है. यही वजह है कि फिल्म शूटिंग के लिए उत्तराखंड पसंदीदा जगह माना जाता है, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी आज भी बरकरार है, जिसकी वजह से फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग यहां नहीं आ पा रहे हैं. ऐसा मानना है दिग्गज मशहूर फिल्म अभिनेता और विलेन का रोल करने वाले रंजीत का.
दरअसल, बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और दिग्गज विलेन में शामिल रंजीत पहाड़ की वादियों का लुत्फ लेकर वापस जा रहे थे. तभी काशीपुर में रंजीत कुछ पल के लिए रुके. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में अपना यह दर्द बयां किया. उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा होता तो कहीं नहीं जाते. उत्तराखंड बहुत ही खूबसूरत जगह है, यहां के लोकेशन अच्छी है. यदि यहां की सड़कें और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा हो जाए तो फिल्म इंडस्ट्री के लोग उत्तराखंड में भी फिल्म बनाने आएंगे.
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वहीं, स्वर कोकिला लता मंगेशकर और मशहूर संगीतकार बप्पी लाहिड़ी की मौत पर दु:ख जताते हुए उन्होंने कहा कि जो इस धरती पर आया है, वह तो जाएगा ही, लेकिन अपने लोगों का जाने का अफसोस तो होता ही है. दोनों का अचानक इस तरह से चले जाना दुख की बात है. वर्तमान में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने वाले नए कलाकारों के बारे में उन्होंने कहा कि उनका पिता और गुरु इंटरनेट एवं गूगल है. वो हर बात गूगल से पूछते हैं. उन्होंने कहा कि अगर हम अनुभवी होने के नाते कुछ बोलेंगे तो वो कहेंगे कि यह पुराने जमाने के व्यक्ति हैं.
बता दें कि रंजीत मशहूर फिल्म अभिनेता हैं. रंजीत अपने खलनायक किरदारों के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कई फिल्मों में काम किया है. जो काफी हिट भी रही हैं. फिल्मों में आने से पहले वो कोयम्बटूर में एयरफोर्स की ट्रेनिंग कर रहे थे. रंजीत को फिल्म 'शर्मीली' में काम मिला और इससे उन्हें काफी प्रसिद्धि भी मिली. हिन्दी समेत कई भाषाओं की 500 से ज्यादा फिल्में करने वाले रंजीत 70 और 80 के दशक में लोकप्रिय खलनायक थे. अमिताभ बच्चन अभिनीत अमर अकबर एंथनी, मुकद्दर का सिकंदर, लावारिस और शराबी जैसी फिल्मों में चर्चित किरदार निभाए.
उत्तराखंड में सैकड़ों फिल्मों की शूटिंग: उत्तराखंड की सुंदर वादियों, पर्वतों, नदियों, खूबसूरत नजारों, वास्तुशिल्प के कारण देवभूमि आकर्षक रचनात्मक स्थलों में हमेशा से ही शामिल रहा है. पहाड़ की विहंगम और खूबसूरत वादियों में शूटिंग के लिए फिल्मी सितारे लगातार उत्तराखंड का रुख करते रहे हैं. उत्तराखंड को दुनिया का पसंदीदा फिल्म डेस्टिनेशन (film shooting destination uttarakhand) बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार लगातार कवायद में जुटी हुई है.
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उत्तराखंड में शूट होने वाली फिल्मों में मधुमती, राम तेरी गंगा मैली, भीगी रात, कटी पतंग, लक्ष्य, केदारनाथ, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, कोई मिल गया, लक्ष्य, दम लगा के हईशा, बत्ती गुल मीटर चालू समेत सैकड़ों फिल्में शामिल हैं. शूटिंग के लिए देवभूमि का कॉर्बेट नेशनल पार्क, ऋषिकेश, हर्षिल, धनौल्टी, रानीखेत और मसूरी के पर्यटक स्थल आकर्षण का केंद्र हैं.
उत्तराखंड में फिल्म नीति: प्रदेश में शूटिंग स्थलों का निर्माण, फिल्म निर्माण एवं प्रदर्शन के माध्यम से रोजगार, पर्यटन के महत्व को बढ़ाने एवं क्षेत्रीय फिल्मों के निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तराखंड फिल्म नीति, 2015 (Uttarakhand Film Policy) को लागू किया गया. इस नीति में यह व्यवस्था भी की गई थी कि सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से फिल्मों की शूटिंग की अनुमति दी जाए. ताकि राज्य में फिल्मों की शूटिंग करने आ रहे निर्देशक और कलाकारों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े. जिससे उत्तराखंड फिल्म शूटिंग के लिए एक हब के रूप में उभरेगा.
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2019 में फिल्म नीति में संशोधन: वहीं, फिल्म नीति 2015 में कुछ खामियों के चलते साल 2019 में फिल्म नीति में संशोधन किया गया. जिससे उत्तराखंड में फिल्मों की शूटिंग करने आ रहे लोगों को सभी सुविधाएं और सहूलियत मिले. वहीं, एक बार फिर से उत्तराखंड सरकार संशोधित फिल्म नीति 2019 में संशोधन करने के साथ ही ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए नई नीति बनाने जा रही है. जिससे प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को बढ़ावा मिल सके.