उधम सिंह नगर: जनपद में भले ही कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हो रही है, लेकिन मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. जनपद में सोवार को 17 मरीजों की मौत हुई है, जबकि जिलेभर में 138 नए संक्रमित मिले हैं. मरने वालों में 7 पुरुष और 6 महिलाएं शामिल हैं. सरकारी अस्पतालों में इलाज के दौरान 6 मरीजों ने दम तोड़ा है. तो वहीं निजी अस्पताल में भी 7 संक्रमित मरीजों ने अंतिम सांस ली है.
कहां कितने संक्रमित मिले
रुद्रपुर | 17 |
काशीपुर | 41 |
खटीमा | 00 |
सितारगंज | 12 |
किच्छा | 31 |
गदरपुर | 01 |
बाजपुर | 29 |
जसपुर | 07 |
जनपद के विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में 465 संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है. वर्तमान में होम आइसोलेशन में 3,459 संक्रमित मरीजों को रखा गया है, जबकि जनपद में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 3,949 है. आज होम आइसोलेशन और डीसीएचसी में भर्ती मरीजों में 452 मरीजों ने कोरोना से जंग जीती है. इसके अलावा जनपद में ब्लैक फंगस के अब तक कोई भी एक्टिव मरीज नहीं है.
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष का निधन
कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सोमवार सुबह पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुशीला गंगवार का निधन हो गया. सुशीला गंगवार साल 2003 से 2013 तक दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष पर काबिज रहीं. उनकी मौत के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है.
उधम सिंह नगर की प्रथम निर्वाचित पंचायत अध्यक्ष सुशीला गंगवार की कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद उनका इलाज अस्पताल में चल रहा था. इलाज के बाद उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गयी थी. जिसके बाद परिजन उन्हें घर ले गए थे. जहा पर वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर थीं. बताया जा रहा है कि फेफड़ों में इंफेक्शन की वजह से उनकी मौत हुई है.
शैलजा भट्ट ने किया राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण
राजकीय चिकित्सालय में बीते दिनों कोरोना वॉर्ड शुरू कर दिया गया है. कोविड मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई भरपूर मात्रा में हो सके इसके लिए अस्पताल के अंदर ही ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है. कोविड वॉर्ड को ओर बेहतर बनाने की दिशा में अधिकारी प्रयत्नशील हैं. बीते दिनों, प्रदेश के शिक्षामंत्री अरविंद पांडे और परिवहन मंत्री यशपाल आर्य अस्पताल पहुंचकर निरीक्षण कर चुके हैं. इसी क्रम में सोमवार को निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण शैलजा भट्ट अस्पताल पहुंचीं. यहां उन्होंने अस्पताल के बारे में सीएमएस डॉ. पीके सिन्हा से विस्तार से जानकारी ली. निदेशक इस दौरान कुछ मरीजों से भी मिलीं और उनका हाल जाना. इसके बाद उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति का जायजा लिया.