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मौसम के आगे सब बेबस, केदारनाथ धाम पैदल मार्ग से फिर हटाई जा रही बर्फ, एक अप्रैल तक रास्ता खोलना बड़ी चुनौती

उत्तराखंड में मौसम की मनमर्जियों के सामने सब बेबस नजर आ रहे हैं. केदारनाथ धाम और पैदल मार्ग पर फिर से बर्फ की मोटी परत जम गई है, जिसे साफ करने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. कई जगह तो ग्लेशियर टूटने के कारण पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्तह हो गया है. प्रशासन का प्रयास है कि एक अप्रैल तक किसी भी तरह केदारनाथ धाम पैदल मार्ग को आवाजाही के लायक बनाया जाए, ताकि धाम में जरूरी सामग्री पहुंचाई जा सके.

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Published : Mar 24, 2023, 4:32 PM IST

Updated : Apr 1, 2023, 1:17 PM IST

केदारनाथ धाम पैदल मार्ग से फिर हटाई जा रही बर्फ

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के कपाट खुलने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं. लेकिन केदारनाथ धाम यात्रा की तैयारियों में मौसम बार-बार रोड़ा बना रहा है. शुक्रवार 24 अप्रैल को मौसम साफ होने के बाद फिर से रास्तों पर से बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है. बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद केदारनाथ मार्ग पर फिर से बर्फ जम गई थी.

पिछले दिनों हुई बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग के भैरव गदेरे और लिनचोली में ग्लेशियर टूटने से पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था. अब यहां से एक बार फिर ग्लेशियर को काटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है. मजदूर यहां जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे हैं. लगातार मौसम खराब रहने के कारण अब प्रशासन की चिंताएं भी बढ़ गई हैं. यात्रा तैयारियों में मौसम इसी प्रकार बाधक बना रहा तो यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा केदारनाथ धाम में रहने वाले स्थानीय लोगों को भी दिक्कतें हो सकती हैं.
पढ़ें- Kedarnath Yatra 2023: ग्लेशियर टूटने से केदारनाथ मार्ग हुआ ध्वस्त, पैदल आवाजाही हुई बंद

चारधाम यात्रा शुरू होने में अब एक ही माह का समय बचा हुआ है, लेकिन यात्रा तैयारियां करने में मौसम साथ नहीं दे रहा है. एक सप्ताह तक धाम में लगातार हुई बर्फबारी के बाद दो दिन तक मौसम साफ रहा, लेकिन आज फिर एक बार मौसम खराब हो गया है. लगातार मौसम खराब रहने के कारण प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं. मजदूरों ने पैदल मार्ग से बर्फ को काटकर पूरी तरह आवाजाही लायक बना दिया था, लेकिन पिछले दिनों ग्लेशियर के टूटने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था. अब दोबारा से मजदूर जान जोखिम में डालकर ग्लेशियरों को काटकर रास्ता तैयार कर रहे हैं.

वहीं दूसरी ओर जैसे ही मजदूर रास्ता साफ कर रहे हैं, वैसे ही धाम सहित पैदल मार्ग पर बर्फबारी हो रही है. ऐसे में मजदूरों की मेहनत पर पानी फिर रहा है. एक अप्रैल तक किसी भी हाल में प्रशासन के सामने पैदल मार्ग पर आवाजाही कराने की समस्या है. यदि पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू नहीं होती है तो धाम में यात्रा तैयारियों के अलावा आवश्यक सामग्री का पहुंचना मुश्किल है.
पढ़ें- Kedarnath Yatra: बर्फ'भारी' तैयारियों की राह में बना रोड़ा! तैयार रास्तों पर फिर जमी बर्फ

केदारनाथ धाम में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में सभी अधिकारी और कर्मचारी लगे हुए हैं. भैरव ग्लेशियर, कुबेर ग्लेशियर और बड़ी लिनचोली के पास बड़े हिमखंड और ग्लेशियर आने से यात्रा मार्ग आवाजाही के लिए अवरुद्ध है. यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए डीडीएमए के मजदूरों द्वारा बर्फ हटाने का कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है, जिससे कि मार्ग को आवाजाही के लिए जल्द से जल्द शुरू किया जा सके. इसके साथ ही पैदल यात्रा मार्ग में जिन स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त और रेलिंग टूटी हुई हैं, उनका मरम्मत कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है.

वहीं, जल संस्थान स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए पेयजल स्टेंड पोस्ट, हैंडपम्प और पेयजल लाइनों की मरम्मत कार्य कर रहा है. सुलभ इंटरनेशनल की तरफ से यात्रा मार्ग में शौचालय निर्माण कार्य त्वरित गति से किये जा रहे हैं. इसके साथ ही सोनप्रयाग और गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी में पड़े कचरे की भी सफाई पर्यावरण मित्रों द्वारा तेजी से की जा रही है, जिससे मंदाकिनी नदी निर्मल एवं स्वच्छ बनी रहे.

चिकित्सा विभाग तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यात्रा मार्ग पर स्थापित की जाने वाली एमआरपी केंद्रों की मरम्मत का कार्य कर रहा है, जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग भी यात्रा मार्ग में पैच वर्क, डामरीकरण एवं क्षतिग्रस्त दीवारों के मरम्मत कार्य में जुटा है.

डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर मजदूरों द्वारा लगातार बर्फ को हटाने का कार्य किया जा रहा है. मौसम साथ देता है तो अन्य कार्य भी शुरू होंगे. केदारनाथ धाम से लेकर पैदल मार्ग पर दो सौ के करीब मजदूर काम कर रहे हैं. पैदल मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है. भैरव गदेरा में ग्लेशियर टूट गया था, उसे दुरुस्त किया जा रहा है. मौसम के साथ न देने के कारण कार्य करने में देरी हो रही है.

केदारनाथ धाम पैदल मार्ग से फिर हटाई जा रही बर्फ

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के कपाट खुलने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं. लेकिन केदारनाथ धाम यात्रा की तैयारियों में मौसम बार-बार रोड़ा बना रहा है. शुक्रवार 24 अप्रैल को मौसम साफ होने के बाद फिर से रास्तों पर से बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है. बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद केदारनाथ मार्ग पर फिर से बर्फ जम गई थी.

पिछले दिनों हुई बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग के भैरव गदेरे और लिनचोली में ग्लेशियर टूटने से पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था. अब यहां से एक बार फिर ग्लेशियर को काटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है. मजदूर यहां जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे हैं. लगातार मौसम खराब रहने के कारण अब प्रशासन की चिंताएं भी बढ़ गई हैं. यात्रा तैयारियों में मौसम इसी प्रकार बाधक बना रहा तो यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा केदारनाथ धाम में रहने वाले स्थानीय लोगों को भी दिक्कतें हो सकती हैं.
पढ़ें- Kedarnath Yatra 2023: ग्लेशियर टूटने से केदारनाथ मार्ग हुआ ध्वस्त, पैदल आवाजाही हुई बंद

चारधाम यात्रा शुरू होने में अब एक ही माह का समय बचा हुआ है, लेकिन यात्रा तैयारियां करने में मौसम साथ नहीं दे रहा है. एक सप्ताह तक धाम में लगातार हुई बर्फबारी के बाद दो दिन तक मौसम साफ रहा, लेकिन आज फिर एक बार मौसम खराब हो गया है. लगातार मौसम खराब रहने के कारण प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं. मजदूरों ने पैदल मार्ग से बर्फ को काटकर पूरी तरह आवाजाही लायक बना दिया था, लेकिन पिछले दिनों ग्लेशियर के टूटने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था. अब दोबारा से मजदूर जान जोखिम में डालकर ग्लेशियरों को काटकर रास्ता तैयार कर रहे हैं.

वहीं दूसरी ओर जैसे ही मजदूर रास्ता साफ कर रहे हैं, वैसे ही धाम सहित पैदल मार्ग पर बर्फबारी हो रही है. ऐसे में मजदूरों की मेहनत पर पानी फिर रहा है. एक अप्रैल तक किसी भी हाल में प्रशासन के सामने पैदल मार्ग पर आवाजाही कराने की समस्या है. यदि पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू नहीं होती है तो धाम में यात्रा तैयारियों के अलावा आवश्यक सामग्री का पहुंचना मुश्किल है.
पढ़ें- Kedarnath Yatra: बर्फ'भारी' तैयारियों की राह में बना रोड़ा! तैयार रास्तों पर फिर जमी बर्फ

केदारनाथ धाम में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में सभी अधिकारी और कर्मचारी लगे हुए हैं. भैरव ग्लेशियर, कुबेर ग्लेशियर और बड़ी लिनचोली के पास बड़े हिमखंड और ग्लेशियर आने से यात्रा मार्ग आवाजाही के लिए अवरुद्ध है. यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए डीडीएमए के मजदूरों द्वारा बर्फ हटाने का कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है, जिससे कि मार्ग को आवाजाही के लिए जल्द से जल्द शुरू किया जा सके. इसके साथ ही पैदल यात्रा मार्ग में जिन स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त और रेलिंग टूटी हुई हैं, उनका मरम्मत कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है.

वहीं, जल संस्थान स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए पेयजल स्टेंड पोस्ट, हैंडपम्प और पेयजल लाइनों की मरम्मत कार्य कर रहा है. सुलभ इंटरनेशनल की तरफ से यात्रा मार्ग में शौचालय निर्माण कार्य त्वरित गति से किये जा रहे हैं. इसके साथ ही सोनप्रयाग और गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी में पड़े कचरे की भी सफाई पर्यावरण मित्रों द्वारा तेजी से की जा रही है, जिससे मंदाकिनी नदी निर्मल एवं स्वच्छ बनी रहे.

चिकित्सा विभाग तीर्थ यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यात्रा मार्ग पर स्थापित की जाने वाली एमआरपी केंद्रों की मरम्मत का कार्य कर रहा है, जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग भी यात्रा मार्ग में पैच वर्क, डामरीकरण एवं क्षतिग्रस्त दीवारों के मरम्मत कार्य में जुटा है.

डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर मजदूरों द्वारा लगातार बर्फ को हटाने का कार्य किया जा रहा है. मौसम साथ देता है तो अन्य कार्य भी शुरू होंगे. केदारनाथ धाम से लेकर पैदल मार्ग पर दो सौ के करीब मजदूर काम कर रहे हैं. पैदल मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है. भैरव गदेरा में ग्लेशियर टूट गया था, उसे दुरुस्त किया जा रहा है. मौसम के साथ न देने के कारण कार्य करने में देरी हो रही है.

Last Updated : Apr 1, 2023, 1:17 PM IST
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