गढ़चिरौली: महाराष्ट्र में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर होने के संदेह में 45 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या कर दी. इस बारे में पुलिस ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना शनिवार देर रात गढ़चिरौली के दक्षिण में भामरागढ़ तहसील के किएर गांव में हुई.
मृतक की पहचान सुखराम मडावी के रूप में हुई है, जो मौजा किएर का निवासी था और भामरागढ़ पंचायत समिति का पूर्व अध्यक्ष था. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने मडावी पर पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी. शव के पास से नक्सल समर्थित समूह के पर्चे भी बरामद हुए हैं. पुलिस ने बताया कि हमलावरों की तलाश के लिए इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.
वरिष्ठ पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने झूठा दावा किया कि वह व्यक्ति पुलिस का मुखबिर है और उसने जिले के पेनगुंडा क्षेत्र सहित अन्य स्थानों पर नया पुलिस सहायता केंद्र खोलने में पुलिस की मदद की है. पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि इस साल माओवादियों द्वारा यहां मारे गए नागरिकों की यह पहली घटना है, जिसकी जांच की जा रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र में सीआरपीएफ और गढ़चिरौली पुलिस के सामने दो महिला नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था. यह कदम महाराष्ट्र सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत उठाया गया है. वहीं 1 जनवरी को गढ़चिरौली में कम से कम 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिसमें वरिष्ठ कैडर विमला चंद्र सिदम उर्फ तारक्का भी शामिल है, जो पिछले 38 सालों से सक्रिय था.
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