ऋषिकेश: उत्तराखंड में खनन माफियाओं को शायद किसी का डर नहीं है. इसीलिए वो बेखौफ होकर अवैध खनन का विरोध करने वालों पर जानलेवा हमला कर रहे हैं. ताजा मामला ऋषिकेश से लगते हुए पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक का है. यमकेश्वर ब्लॉक के जोगियाणा गांव में जब ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने अवैध खनन का विरोध किया तो हथियारबंद माफियाओं ने प्रधानपति और ग्रामीणों पर हमला कर दिया. इतना ही नहीं खनन माफिया दो ग्रामीणों को जबरदस्ती अपने वाहन में डाल कर ले गए.
खनन माफिया जिन दो ग्रामीणों को अपने वाहन में डालकर ले गए थे, उनके साथ पहले तो गाड़ी में मारपीट की गई और फिर आईडीपीएल क्षेत्र में चलती गाड़ी से फेंक दिया. चलती हुई गाड़ी से फेंके जाने के कारण दोनों ग्रामीणों को काफी चोट लग गई थी. वहीं, मौके पर पहुंचे अन्य ग्रामीणों ने तत्काल दोनों को हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उनका उपचार किया.
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इस घटना के आक्रोशित लोगों ने लक्ष्मणझूला थाने में हंगामा किया और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. पुलिस ने इस मामले में पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण, हत्या के प्रयास और बलवा समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया.
ग्रामीणों को आरोप है कि पहले पुलिस ने मामला राजस्व पुलिस क्षेत्र में होने की बात कहकर उन्हें गुमराह किया. इसके बाद जब जनप्रतिनिधि थाने पहुंचे तो पुलिस ने दबाव में मुकदमा दर्ज किया और कार्रवाई की बात कही. थानाध्यक्ष संतोष कुंवर ने बताया कि प्रधान पति बलवीर सिंह की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. अज्ञातों की पहचान के लिए पुलिस प्रयास करने में जुटी है. जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.
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जिला पंचायत सदस्य क्रांति कपरुवाण का आरोप है कि अवैध खनन का विरोध करने पर आरोपियों ने प्रधानपति और ग्रामीणों पर तमंचा से वार किया था. अवैध खनन क्षेत्रीय विधायक के पीआरओ के कार्यालय के नजदीकी किया जा रहा है. क्षेत्र के लोग अवैध खनन को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन विधायक इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. इससे साफ जाहिर है कि यह सब उनकी शरण में चल रहा है. वहीं, इस बारे में जब क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट से संपर्क किया गया तो कॉल उनकी बहन ने रिसीव किया और कहा कि वे आश्वस्त है. स्वस्थ होने के बाद वह इस बाबत कुछ कह पाएंगी.