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पंचायत चुनाव में खुलेआम उड़ाई जा रही आदर्श आचार संहिता की धज्जियां, अधिकारी नहीं ले रहे सुध - गांव की सरकार

हल्द्वानी में कई जगहों पर सार्वजनिक संपत्तियों पर प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग और बैनर लगाए हैं. जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.

पंचायत चुनाव 2019
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Published : Sep 24, 2019, 10:16 AM IST

Updated : Sep 24, 2019, 11:41 AM IST

हल्द्वानी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आदर्श आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, लेकिन निर्वाचन आयोग आंख मूंद कर बैठा है. प्रत्याशी सार्वजनिक संपत्तियों पर प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग और बैनर लगा रहे हैं, लेकिन कोई भी इन्हें देखने वाला नहीं है.

राज्य निर्वाचन आयोग ने बीते 14 सितंबर को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी थी. अधिसूचना जारी होने के साथ ही प्रदेश के 12 जिलों में आर्दश आचार संहिता लागू हो गई थी. आदर्श आचार संहिता का पालन करवाने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित भी किया गया है, लेकिन नियमों की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं.

पढ़ें- पंचायत चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने शुरू की तैयारियां

हल्द्वानी में कई जगहों पर सार्वजनिक संपत्तियों पर प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग और बैनर लगाए हैं. नियम के मुताबिक सार्वजनिक संपत्ति पर किसी भी स्थिति में प्रचार-प्रसार नहीं किया जा सकता है, लेकिन हल्द्वानी में ये खुलेआम हो रहा है.

खुलेआम उड़ाई जा रही आदर्श आचार संहिता की धज्जियां,

पढ़ें- पंचायत चुनाव: नए नियम से बढ़ी मुश्किलें, 31 निवर्तमान ग्राम प्रधान अयोग्य घोषित

जब इस बारे में रिटर्निंग ऑफिसर अशोक कटारिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आचार संहिता के उल्लंघन की जो सूचना उनके पास आ रही है उस पर कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा इन मामलों पर नजर रखने के लिए कई टीमें गठित की गई हैं. उनकी नजर में जहां कहीं भी इस तरह का मामला सामने आता है उस पर कार्रवाई की जाती है.

हल्द्वानी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आदर्श आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, लेकिन निर्वाचन आयोग आंख मूंद कर बैठा है. प्रत्याशी सार्वजनिक संपत्तियों पर प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग और बैनर लगा रहे हैं, लेकिन कोई भी इन्हें देखने वाला नहीं है.

राज्य निर्वाचन आयोग ने बीते 14 सितंबर को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी थी. अधिसूचना जारी होने के साथ ही प्रदेश के 12 जिलों में आर्दश आचार संहिता लागू हो गई थी. आदर्श आचार संहिता का पालन करवाने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित भी किया गया है, लेकिन नियमों की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं.

पढ़ें- पंचायत चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने शुरू की तैयारियां

हल्द्वानी में कई जगहों पर सार्वजनिक संपत्तियों पर प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग और बैनर लगाए हैं. नियम के मुताबिक सार्वजनिक संपत्ति पर किसी भी स्थिति में प्रचार-प्रसार नहीं किया जा सकता है, लेकिन हल्द्वानी में ये खुलेआम हो रहा है.

खुलेआम उड़ाई जा रही आदर्श आचार संहिता की धज्जियां,

पढ़ें- पंचायत चुनाव: नए नियम से बढ़ी मुश्किलें, 31 निवर्तमान ग्राम प्रधान अयोग्य घोषित

जब इस बारे में रिटर्निंग ऑफिसर अशोक कटारिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आचार संहिता के उल्लंघन की जो सूचना उनके पास आ रही है उस पर कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा इन मामलों पर नजर रखने के लिए कई टीमें गठित की गई हैं. उनकी नजर में जहां कहीं भी इस तरह का मामला सामने आता है उस पर कार्रवाई की जाती है.

Intro:sammry- आदर्श आचार संहिता का प्रत्याशी खुलेआम उड़ा रहे हैं धज्जियां 14 दिन बीत जाने के बाद भी निर्वाचन विभाग सरकारी संपत्ति से नहीं हटा पा रहा है होल्डिंग और बैनर।


एंकर- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कि आदर्श आचार संहिता घोषित हुए 14 दिन हो चुके हैं लेकिन जिला निर्वाचन विभाग आदर्श आचार संहिता पालन कराने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी खुलेआम आचार संहिता का धज्जियां उड़ाते हुए होर्डिंग बैनर के माध्यम से सरकारी संपत्तियों पर कब्जा जमाए बैठे हैं। लेकिन खुलेआम हो रहे आचार संहिता उल्लंघन पर देखने वाला कोई नहीं है।



Body:राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा 14 सितंबर को चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही पूरे प्रदेश में आचार संहिता लागू किया गया है। आदर्श आचार संहिता को पालन करने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित भी किया गया है जिससे कि निष्पक्ष चुनाव हो सके लेकिन आदर्श आचार संहिता के लगे 14 दिन हो चुके हैं मगर जिला निर्वाचन विभाग आदर्श आचार संहिता पालन करने में फिर साबित हो रहा है। चुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर है गांव बैनर और पोस्टर से पट चुके हैं यही नहीं अधिकतर प्रत्याशी बिजली के खंभे सहित सरकारी संपत्तियों को प्लास्टिक से बने होल्डिंग बैनर से कब्जा कर प्रचार का संसाधन बनाया है लेकिन जिला निर्वाचन विभाग पूरी तरह से मूकदर्शक बना हुआ है।

यही नहीं पंचायत चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी बिना अनुमति के प्रचार के दौरान जुलूस और शक्ति प्रदर्शन भी दिखा रहे हैं लेकिन निर्वाचन विभाग इस पर भी नकेल कसने में विफल साबित हो रहा है।


Conclusion:इस पूरे मामले में मामले में रिटर्निंग ऑफिसर अशोक कटारिया का कहना है कि जहां-जहां आचार संहिता उल्लंघन का सूचना उनके पास आ रहा है वहां पर कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए टीमें गठित की गई है जो काम भी कर रही है अगर उनके मामले में जहां भी आचार संहिता का उल्लंघन पाया जाता है उस पर कार्रवाई की जाएगी।

बाइट-अशोक कटारिया रिटर्निंग ऑफिसर हल्द्वानी ब्लॉक
Last Updated : Sep 24, 2019, 11:41 AM IST
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