हरिद्वार: निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी और तेजेंद्र कौर का विवाद एक बार फिर सुर्खियों में छा गया है. ताजा मामला ये है कि तेजेंद्र कौर ने हरिद्वार प्रेस क्लब में वार्ता के दौरान कैलाशानंद गिरी पर अवैध रूप से जमीन की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया और राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की मांग करते हुए देहरादून में धरना देने की बात कही है.
दरअसल, निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी वर्तमान में आद्य शक्ति आश्रम कनखल के परमाध्यक्ष के पद पर हैं. इससे पहले आश्रम के अध्यक्ष रसानंद महाराज की शिष्य तेजेंद्र कौर की ओर से यह कहा जाता रहा है कि रसानंद महाराज के साथ उनका विवाह हुआ था और उनकी मृत्यु के बाद उनके आश्रम और उनकी अन्य संपत्तियों की मालकिन वह और उनका पुत्र हैं. इसके लिए उन्होंने कोर्ट की शरण भी ले रखी है.
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इसी बीच तेजेंद्र कौर एक बार फिर मीडिया के सामने आईं और उन्होंने निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी पर अवैध रूप से आश्रम और रसानंद महाराज की अन्य संपत्तियों को बेचे जाने का आरोप लगा दिया. इसे लेकर उन्होंने प्रदेश सरकार और प्रशासन से अपील भी की है कि उनकी सहायता की जाए या फिर उन्हें इच्छा मृत्यु के लिए इजाजत दी जाए.
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तेजेंद्र कौर ने बताया कि इसके लिए वो राज्यपाल को एक पत्र भी लिखने जा रही हैं. उन्होंने कहा कि वे अपने हक की लड़ाई के लिए राज्यपाल के आवास के बाहर भी धरना देंगी. जब तक उन्हें उनका अधिकार नहीं मिल जाता, तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी.