देहरादून/डोईवाला/पौड़ी/खटीमाः पूरे विश्व में महिला दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी के तहत प्रदेश में भी महिला दिवस मनाया गया. इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया. साथ ही महिलाओं ने बाइक रैली के माध्यम से पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया.
देहरादूनः अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निकाली गई 'Women's Bike Rally'
राजधानी देहरादून में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राजभवन से बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. करीब 55 किलोमीटर लंबी इस बाइक रैली में हर उम्र की महिलाओं ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया. इस दौरान महिलाओं ने पूरी तरह से सक्षम होने का संदेश दिया.
डोईवालाः बाइक रैली के माध्यम से महिलाओं ने पर्यावरण बचाओ का दिया नारा
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राजभवन से निकाली गई बाइक रैली का समापन डोइवाला के नेचर विला पार्क में हुआ. इस दौरान महिलाओं ने रैली के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का नारा देते हुए कहा कि महिलाओं ने जंगलों को बचाने में अहम भूमिका निभाई है. जल, जंगल और नदियां महिलाओं के अथक प्रयासों से ही बची हैं.
कार्यक्रम में वन और पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत ने महिलाओं को सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार महिलाओं को सशक्त और आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है. वहीं त्रिकोण सोसायटी के अध्यक्ष और कार्यक्रम आयोजक नेहा शर्मा ने कहा कि महिलाओं ने रैली के माध्यम से किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं होने का संदेश दिया है.
पौड़ीः स्वास्थ्य क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली एएनएम और आशा वर्कर हुईं सम्मानित
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर स्वास्थ्य विभाग ने सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली पांच एएनएम और पांच आशा वर्कर को सम्मानित किया. इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीएस जंगपांगी ने कहा कि आशा वर्कर और एएनएम की धरातल स्तर पर विशेष भूमिका रहती है. वे जन-जन तक सरकार की योजनाओं और जागरुकता पहुंचाने का काम करती हैं.
वहीं, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक राशी रंजन कुकरेती ने कहा कि आज महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं. देश की मुख्य जिम्मेदारियों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. आज समाज शिक्षित होता जा रहा है और महिला-पुरुषों को समान दर्जा दिया जा रहा है. महिलाएं हर क्षेत्र में सशक्त हो गईं हैं.
खटीमाः जनजाति महिलाओं को किया गया सम्मानित
जिले में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस धूमधाम से मनाया गया. बता दें कि खटीमा क्षेत्र थारू अनुसूचित जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है. अभी भी थारू अनुसूचित जनजाति की महिलाएं शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में पीछे हैं. इसी को लेकर एक निजी संस्था ने परंपराओं से जोड़कर घरों में रोजगार देने का काम करने वाली अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को सम्मनित किया.