देहरादूनः उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने अपनी 18 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है. एसोसिएशन ने आंदोलन को गति देते हुए चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो फरवरी से संगठन के सदस्य वर्क टू रूल के साथ सुबह 9 बजे से पहले और शाम 5 के बाद विभागीय मोबाइल स्विच ऑफ रखेंगे.
शुक्रवार को उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर्स संगठन के बैनर तले अभियंता संवर्ग के सदस्यों ने ईसी रोड स्थित उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड के कार्यालय परिसर में मौन सत्याग्रह रखा और अधिशासी अभियंताओं के माध्यम से तीनों विद्युत निगमों के प्रबंध निदेशकों को लिखित ज्ञापन और मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव और तीनों निगमों के अध्यक्षों को ईमेल के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया.
संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष आनंद रावत ने कहा कि लगातार निगम प्रबंधन के साथ संवाद कायम करते हुए अवर अभियंता संवर्ग के सदस्यों को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाई जा रही है. लेकिन निगम प्रबंधन सिर्फ आश्वासन देकर समय बिता रहा है. उन्होंने कहा कि सालों से अवर अभियंता संवर्ग के सदस्य, सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता के रिक्त पदों पर पदोन्नति करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन निगम प्रबंधन दोहरे मापदंड अपना रहा है.
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आनंद रावत का कहना है कि संगठन से जुड़े अभियंता आने वाले समय में मौन सत्याग्रह करने के साथ ही काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे. अपनी मांगों को लेकर एसोसिएशन के सदस्य आगामी 25 जनवरी को माजरा स्थित सब स्टेशन में बुद्धि शुद्धि यज्ञ करने के साथ ही 27 जनवरी को वर्क टू रूल के हिसाब से काम करेंगे. उसके बावजूद यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो 2 फरवरी से सभी सदस्य वर्क टू रूल के साथ सुबह 9 बजे से पहले और शाम 5 बजे के बाद विभागीय मोबाइल स्विच ऑफ रखेंगे. 5 फरवरी को बल्लीवाला चौक स्थित ऊर्जा भवन में सत्याग्रह रखकर अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से उठाएंगे. पावर जूनियर इंजीनियरों ने सरकार से तत्काल निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए अवर अभियंता संवर्ग को न्याय दिलाने की मांग उठाई है.