देहरादून: एनएसयूआई ने उत्तराखंड में बड़ी संख्या में बाहर से आने वाले भू माफियाओं पर कृषि भूमि के नाम पर जमीन खरीद कर उस भूमि पर गैरकानूनी गतिविधियां संचालित किए जाने का आरोप लगाया है. एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी (NSUI State President Mohan Bhandari) ने कहा कि उत्तराखंड में लगातार प्रदेश के बाहर से आने वाले भू माफियाओं द्वारा जमीनों पर अवैध कब्जे किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा राज्य में वर्तमान में कोई ठोस भू कानून नहीं है. इसका फायदा उठाकर बाहर से आने वाले भूमाफिया सरकारी व कृषि भूमि पर प्रशासन की साठगांठ से अवैध रूप से कब्जा कर रहे हैं. साथ ही वे राज्य सरकार व जनता को चूना लगा रहे हैं.
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी (NSUI State President Mohan Bhandari) ने आरोप लगाया कि रामनगर में इसी प्रकार का एक मामला सामने आया है. यहां गाजियाबाद निवासी भू माफिया ने 5 एकड़ से अधिक भूमि कुंदनलाल नाम के एक व्यक्ति से कृषि के लिए खरीदी. बाद में उस पर बिना परमिशन के अवैध रूप से कमर्शियल प्लॉटिंग की जाने लगी. जब स्थानीय लोगों ने इस संबंध में प्रशासन से शिकायत की तब जाकर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए भूमि की बिक्री पर रोक लगा दी. अभी तक इस व्यक्ति पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है.
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इसके साथ ही उन्होंने वन्यजीव कॉरिडोर का मसला उठाते हुए कहा कि वन्य जीव कॉरिडोर स्थित कृषि भूमि को भी भूमाफिया खरीद कर उस भूमि का इस्तेमाल गैरकानूनी रूप से व्यवसायिक गतिविधियों में कर रहे हैं. जिसका एनएसयूआई घोर विरोध करती है. एनएसयूआई ने सरकार से गाजियाबाद के भू माफिया के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही उस व्यक्ति द्वारा खरीदी गई नई भूमि को ज़ब्त करने की मांग की है. इसके साथ ही रामनगर स्थित वन्यजीव कॉरिडोर को खाली कर पुनः वन्य जीवों के लिए खोले जाने की मांग भी एनएसयूआई ने की है.