देहरादून: सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद अब पूर्व सीएम व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी अपने बंगले और सरकारी सेवाओं का बकाया चुका दिया है. राज्य संपति विभाग से मिली सूचना के अनुसार यह आंकड़ा तकरीबन 10 लाख रुपये से ज्यादा था.
सरकारी बंगले और तमाम सुविधाओं का इस्तेमाल का भुगतान करने के कोर्ट के आदेशों के बाद उत्तराखंड में सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों से सरकारी सेवाओं का भुगतान लिया गया. जिसके बाद मौजूदा समय में पूर्व सीएम व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से नैनीताल हाई कोर्ट ने एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा था लेकिन जवाब से पहले रमेश पोखरियाल निशंक ने बकाया राशि 1 लाख 77 हजार 709 रुपये जमा करा दिये हैं.
न्यायालय ने यह निर्देश पूर्व मुख्यमंत्रियों की ओर से आवास, बिजली-पानी और अन्य सुविधाओं का भुगतान नहीं करने के मामले में दायर अवमानना याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान दिया था.
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इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी और विजय बहुगुणा पर भी सरकारी सुविधाओं की बकायदारी है लेकिन उनके द्वारा सुप्रीम कोर्ट से इस विषय पर स्टे लिया गया है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का बकाया बट्टे खाते में डाल दिया गया है. तकनीकी तौर पर बट्टा खाते में वसूल न हो पाने वाली रकम लिखी जाती है.