देहरादून: शिक्षा विभाग में टिहरी के अशासकीय विद्यालय से एक बेहद चौकाने वाला मामला सामने आया है. टिहरी में एक अशासकीय स्कूल में क्लर्क को स्कूल प्रबंधन ने लेक्चरर बना दिया. हालांकि, उक्त कर्मी अपनी सेवाएं देने के बाद रिटायर भी हो गया है. वहीं, अब विभागीय अधिकारी पुराना मामला बताकर जांच के बाद ही स्पष्ट स्थिति बताने की बात कह रहे हैं.
बता दें कि यह मामला बीते साल 2001 का है. जब एक प्राइवेट स्कूल को अशासकीय विद्यालय के तौर पर शामिल किया गया. इस दौरान इस कर्मचारी की मौलिक नियुक्ति क्लर्क के तौर पर ही थी. लेकिन बाद में समिति ने प्रमोशन के तौर पर इसे लेक्चरर का पद दे दिया.
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वहीं अब रिटायर होने के बाद कर्मचारी विभाग से लेक्चरर की ही पेंशन मांग रहा है. हालांकि, विभागीय अधिकारी इस मामले को देख रहे हैं और मामले की विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है.