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खुशखबरी: प्रदेश में जल्द होगी 300 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती, प्रक्रिया हुई तेज - Dehradun News

उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों के महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए शासन ने असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती करने का फैसला लिया है.

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Published : Nov 12, 2019, 3:07 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों के महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए शासन ने 300 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती करने का फैसला लिया है. लिहाजा शिक्षकों की भर्ती को लेकर जल्द ही शासन, लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजने जा रहा है, जिसकी कवायद तेज हो गयी है.

महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए पहले ही 877 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती के लिए लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा था. जिसमें से मात्र अभी तक 150 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति हुई है, इसके साथ ही इन सभी असिस्टेंट प्रोफेसरों को दुर्गम क्षेत्रों में स्थित महाविद्यालयों में नियुक्ति भी दे दी गयी है. बाकी बचे पदों में से 300 और पदों पर भर्ती के लिए शासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है.

पढ़ें-कार्तिक पूर्णिमा आज, गंगा स्नान से भगवान विष्णु की होती है विशेष कृपा

यही नहीं शिक्षकों की कमी से जूझ रहे महाविद्यालयों में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति के बाद इन महाविद्यालयों में तैनात अस्थाई शिक्षकों को उन महाविद्यालयों से हटाकर दूसरे महाविद्यालयों में समायोजित किया जाएगा. यही नहीं इन अस्थाई शिक्षकों को अन्य महाविद्यालयों में समायोजन करने का अधिकार महाविद्यालयों के प्राचार्यों और उच्च शिक्षा निदेशक को सौंपा गया है. हालांकि दुर्गम क्षेत्रों में 300 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के बाद शिक्षकों की कमी से जूझ रहे महाविद्यालयों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी. यही नहीं शिक्षकों की कमी दूर होने से शिक्षा का स्तर भी बढ़ेगा.

देहरादून: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों के महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए शासन ने 300 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती करने का फैसला लिया है. लिहाजा शिक्षकों की भर्ती को लेकर जल्द ही शासन, लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजने जा रहा है, जिसकी कवायद तेज हो गयी है.

महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए पहले ही 877 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती के लिए लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा था. जिसमें से मात्र अभी तक 150 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति हुई है, इसके साथ ही इन सभी असिस्टेंट प्रोफेसरों को दुर्गम क्षेत्रों में स्थित महाविद्यालयों में नियुक्ति भी दे दी गयी है. बाकी बचे पदों में से 300 और पदों पर भर्ती के लिए शासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है.

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यही नहीं शिक्षकों की कमी से जूझ रहे महाविद्यालयों में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति के बाद इन महाविद्यालयों में तैनात अस्थाई शिक्षकों को उन महाविद्यालयों से हटाकर दूसरे महाविद्यालयों में समायोजित किया जाएगा. यही नहीं इन अस्थाई शिक्षकों को अन्य महाविद्यालयों में समायोजन करने का अधिकार महाविद्यालयों के प्राचार्यों और उच्च शिक्षा निदेशक को सौंपा गया है. हालांकि दुर्गम क्षेत्रों में 300 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के बाद शिक्षकों की कमी से जूझ रहे महाविद्यालयों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी. यही नहीं शिक्षकों की कमी दूर होने से शिक्षा का स्तर भी बढ़ेगा.

Intro:उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों के महाविद्यालयो में शिक्षकों की कमी को देखते हुए शासन ने 300 असिस्टेंट प्रोफेसरो की भर्ती करने का फैसला लिया है। लिहाजा शिक्षकों की भर्ती को लेकर जल्द ही शासन, लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजने जा रहा है। जिसकी कवायत तेज हो गयी है। 


Body:महाविद्यालयो में शिक्षकों की कमी को देखते हुए पहले ही 877 असिस्टेंट प्रोफेसरो की भर्ती के लिए लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा था। जिसमे से मात्र अभी तक 150 असिस्टेंट प्रोफेसरो की नियुक्ति हो चुकी है इसके साथ ही इन सभी असिस्टेंट प्रोफेसरो को दुर्गम क्षेत्रो में स्तिथ महाविद्यालयों में नियुक्ति भी दे दी गयी है। बाकी बचे पदों में से 300 और पदों पर भर्ती के लिए शासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।


यही नही शिक्षकों की कमी के झूझ रहे महाविद्यालयो में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति के के बाद इन महाविद्यालयों के तैनात अस्थाई शिक्षकों को उन महाविद्यालयों से हटाकर दूसरे महाविद्यालयों में समायोजित किया जाएगा। यही नही इन अस्थाई शिक्षकों को अन्य महाविद्यालयों में समायोजन करने का अधिकार महाविद्यालयों के प्राचार्यों और उच्च शिक्षा निदेशक को सौपा गया है। 


हालांकि दुर्गम क्षेत्रो में 300 असिस्टेंट प्रोफेसरो की नियुक्ति के बाद शिक्षकों की कमी से झूझ रहे महाविद्यालयों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। यही नही शिक्षकों की कमी दूर होने से शिक्षा का स्तर भी बढ़ेगा। 





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