देहरादून: मानदेय बढ़ोतरी समेत अपनी कई मांगों को लेकर धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का कूच किया, लेकिन पुलिस ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को हाथी बड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की व नोकझोंक भी हुई. इसके बाद वो वहीं सड़क पर बैठकर धरना देने लगी.
आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि इससे पहले भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सीएम आवास का कूच किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया था. हालांकि, तब भी सूबे के मुखिया के कानों में जूं तक नहीं रेंगी.
पढ़ें- खुशखबरीः अब लोक कलाकारों को दोगुना मिलेगा मानदेय, संस्कृति विभाग ने जारी किया शासनादेश
रेखा नेगी ने कहा कि जिन महिलाओं की बदौलत त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश के मुख्यमंत्री बने है, आज वे उन्हीं की मांगों को वो अनसुना कर रहे हैं. बीते 29 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी ज्याज मांगों को लेकर धरने पर बैठी हुई है, लेकिन कोई भी उनकी सुध नहीं ले रहा.
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अभी भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों पर सरकार ने विचार नहीं किया तो कुछ कार्यकत्रियां स्वेच्छा से अपने प्राणों को त्याग देगी. क्योंकि उनका इस मानदेय में जीवनयापन नहीं हो रहा है.
बात दें कि बीते काफी दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद हैं. उनकी मुख्य मांगें है कि उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए. इसके साथ ही उनका मानदेय बढ़ाकर 18000 प्रतिमाह किया जाए.