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सरकार के खिलाफ आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने तानी मुट्ठी, मांगों को लेकर किया सीएम आवास कूच - देहरादून न्यूज

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने एलान किया है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो कुछ कार्यकत्री स्वेच्छा से अपने प्राणों को त्याग देगी. क्योंकि उनका इस मानदेय में जीवनयापन नहीं हो रहा है.

anganwadi workers
आंगनबाड़ी कार्यकत्री
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Published : Jan 4, 2020, 5:48 PM IST

देहरादून: मानदेय बढ़ोतरी समेत अपनी कई मांगों को लेकर धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का कूच किया, लेकिन पुलिस ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को हाथी बड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की व नोकझोंक भी हुई. इसके बाद वो वहीं सड़क पर बैठकर धरना देने लगी.

मांगों को लेकर किया सीएम आवास कूच.

आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि इससे पहले भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सीएम आवास का कूच किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया था. हालांकि, तब भी सूबे के मुखिया के कानों में जूं तक नहीं रेंगी.

anganwadi workers
मांगों को लेकर किया सीएम आवास कूच.

पढ़ें- खुशखबरीः अब लोक कलाकारों को दोगुना मिलेगा मानदेय, संस्कृति विभाग ने जारी किया शासनादेश

रेखा नेगी ने कहा कि जिन महिलाओं की बदौलत त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश के मुख्यमंत्री बने है, आज वे उन्हीं की मांगों को वो अनसुना कर रहे हैं. बीते 29 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी ज्याज मांगों को लेकर धरने पर बैठी हुई है, लेकिन कोई भी उनकी सुध नहीं ले रहा.

उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अभी भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों पर सरकार ने विचार नहीं किया तो कुछ कार्यकत्रियां स्वेच्छा से अपने प्राणों को त्याग देगी. क्योंकि उनका इस मानदेय में जीवनयापन नहीं हो रहा है.

बात दें कि बीते काफी दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद हैं. उनकी मुख्य मांगें है कि उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए. इसके साथ ही उनका मानदेय बढ़ाकर 18000 प्रतिमाह किया जाए.

देहरादून: मानदेय बढ़ोतरी समेत अपनी कई मांगों को लेकर धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का कूच किया, लेकिन पुलिस ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को हाथी बड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की व नोकझोंक भी हुई. इसके बाद वो वहीं सड़क पर बैठकर धरना देने लगी.

मांगों को लेकर किया सीएम आवास कूच.

आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि इससे पहले भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सीएम आवास का कूच किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया था. हालांकि, तब भी सूबे के मुखिया के कानों में जूं तक नहीं रेंगी.

anganwadi workers
मांगों को लेकर किया सीएम आवास कूच.

पढ़ें- खुशखबरीः अब लोक कलाकारों को दोगुना मिलेगा मानदेय, संस्कृति विभाग ने जारी किया शासनादेश

रेखा नेगी ने कहा कि जिन महिलाओं की बदौलत त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश के मुख्यमंत्री बने है, आज वे उन्हीं की मांगों को वो अनसुना कर रहे हैं. बीते 29 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी ज्याज मांगों को लेकर धरने पर बैठी हुई है, लेकिन कोई भी उनकी सुध नहीं ले रहा.

उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अभी भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों पर सरकार ने विचार नहीं किया तो कुछ कार्यकत्रियां स्वेच्छा से अपने प्राणों को त्याग देगी. क्योंकि उनका इस मानदेय में जीवनयापन नहीं हो रहा है.

बात दें कि बीते काफी दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद हैं. उनकी मुख्य मांगें है कि उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए. इसके साथ ही उनका मानदेय बढ़ाकर 18000 प्रतिमाह किया जाए.

Intro:मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर प्रदेशभर से आए हजारों आंगनबाड़ी कार्यकत्री मिनी सेविकाओं ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया, जिसके बाद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की और नोकझोंक हुई। रोके जाने से नाराज आंगनवाडी कार्यकत्रियां वहीं सड़क पर ही धरने पर बैठ गई। इससे पूर्व सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर एकत्रित हुई ,जहां एक सभा का आयोजन किया गया।
summary- मानदेय बढ़ोतरी की मांग को लेकर हजारों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया जहां पहले से ही मौजूद पुलिस बल ने हाथीबड़कला में सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को रोक दिया।


Body:सभी प्रदर्शनकारी महिलाएं सरकार पर मांगों को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रही थी। वही आंगनवाड़ी कार्यकत्री संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि इससे पूर्व भी प्रदेशभर से आई आंगनवाडी कार्यकत्रियों ने सीएम आवास कूच किया था लेकिन सुबे के मुखिया के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। जिन महिलाओं के बदौलत त्रिवेंद्र रावत सीएम बने हैं उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है। बीते 29 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठी हुई हैं लेकिन सरकार उनकी कोई सुध नहीं ले रही है। अब प्रदेशभर से आई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने ऐलान किया है कि सरकार ने यदि उनका मानदेय नहीं बढ़ाया तो कुछ मालाएं स्वेच्छा से अपने प्राणों को त्याग देंगी, क्योंकि उनका इस मानदेय में जीवन यापन नहीं हो रहा है।
बाइट रेखा नेगी , प्रदेश अध्यक्ष ,आंगनवाड़ी मिनी सेविका कर्मचारी संगठन


Conclusion:दरअसल आंगनवाडी कार्यकत्रियां अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद हैं। उनकी मुख्य मांगे है कि उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए इसके साथ ही उनका मानदेय बढ़ाकर 18000 किया जाए । आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों का निस्तारण नहीं होता है उनका यह आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।
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