मसूरी: 10 नवंबर को मसूरी में हिमालयन कार रैली का आयोजन किया गया. इस रैली में 92 से अधिक विंटेज कार शामिल हुईं. इन विंटेज कार में फॉक्सवैगन की बीटल और इटैलियन फियेट भी शामिल थीं. मसूरी में आयोजित हिमालयन कार रैली ने कुछ पुराने दोस्तों को आपस में मिलने का मौका भी दिया.
इस रैली में बलजीत भल्ला अपने दोस्त फोरी लुस्थान से सालों बाद मिले, जो वर्तमान में बेल्जियम में रहते हैं. वह हिमालयन कार रैली में प्रतिभाग करने के लिये भारत आए हैं. बलजीत भल्ला ने कहा कि वह 1982 से कार रैली में हिस्सा ले रहे हैं. आखिरी बार 1985 में अपने दोस्त फोरी लुस्थान से मिल थे. लेकिन, इतने दिनों बाद हिमालयन कार रैली ने दोनों दोस्तों को मिलाने का काम किया.
भल्ला ने कहा कि वह आज बहुत खुश हैं. दोनों दोस्त पूरे सफर में साथ रहे. वह नजीर हुसैन के मेमोरियल ड्राइव में शिरकत कर रहे हैं. आज नजीर हुसैन उनके साथ नहीं है, लेकिन उनकी यादें आज भी मौजूद हैं. जब तक उनकी उम्र उनको इजाजत देगी, वह कार रैली में हिस्सा लेते रहेंगे. इस दौरान बलजीत भल्ला ने कहा कि उत्तराखंड की सड़कें बहुत अच्छी हैं.
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बलजीत भल्ला मुंबई से कार रैली में प्रतिभाग करने के लिए 67 मॉडल की फियेट लेकर मसूरी आए हैं. उन्होंने कहा कि पुरानी कारों को मेंटेन करने में काफी दिक्कत आती है, लेकिन कई लोग हैं जो पुरानी कारों के दीवाने हैं.
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मसूरी टीम फायर फॉक्स के राजन सियाल ने कहा उन्होंने सुभाष गोयल, अनमोल रामपाल और इंद्रजीत सरकार के साथ मिलकर संयुक्त रूप से हिमालयन कार रैली को दोबारा से शुरू किया है. उन्होंने कहा कि अक्सर जब वह मिलते थे तो आपने पुरानी यादें ताजा करते थे. उन्होंने मसूरी को याद कर हिमालयन कार रैली को दोबारा आयोजित करने का प्लान बनाया. 1980 के दशक में भी टीम फायर फॉक्स द्वारा कार रैली का आयोजन होता था.
उन्होंने कहा कि कोविड के समय में सभी दोस्त मिलते थे, हमने हिमालयन कार रैली को फिर से शुरू करने के बारे में सोचा. हमने कोविड समाप्त होने का इंतजार किया. उन्होने कहा नवंबर माह में उन्होने कार रैली के आयोजन की शुरूआत की. इसके लिए जब बुकिंग शुरू हुई तो सभी हैरान थे. क्योंकि एक माह में 100 से ज्यादा बुकिंग उन्हें मिल गईं. जिससे आयोजन से जुड़े लोग काफी उत्साहित हुए. राजन सियाल का कहना है कि कार रैली को सफल बनाने में उत्तराखंड सरकार, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, वन मंत्री हरक सिंह रावत और सैनिक कल्याण मंत्री का विशेष सहयोग मिला है.
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उन्होंने कहा अगले साल हिमालयन कार रैली के आयोजन को लेकर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से बात हुई है. उन्हें पूरी उम्मीद है कि सरकार के सहयोग से वह हिमालयन कार रैली 2.0 को शुरू करवाने की कोशिश करेंगे. फायर फॉक्स के सदस्य राजीव राय ने बताया कि 1980 में अपने दोस्तों और बच्चों के साथ हिमालयन कार रैली में प्रतिभाग किया था.
उन्होंने कहा कि विदेशों से कार रैली में बहुत ही कम लोगों ने प्रतिभाग किया है. क्योंकि कोरोना को लेकर उनको अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि अगले साल हिमालयन कार रैली के आयोजन में बड़ी संख्या में विदेशी लोग भी प्रतिभाग करेंगे. अगले साल हिमालयन कार रैली 2.0 को आयोजित की जाएगी. उनकी कोशिश होगी कि वह उत्तराखंड में 6 दिन से ज्यादा रहे.
इन कारों ने लिया हिस्सा: मसूरी में हिमालयन कार रैली में 92 से अधिक विंटेज कारें शामिल हुईं. जिसमें 4 कारें क्लासिक कार हैं. 1950 और 1960 के दशक की दो इटाैलियन फियेट कारों के साथ दो फॉक्सवैगन की बीटल भी शामिल थीं. इसके साथ ही रैली में मॉडर्न कंटेम्पररी कारों को भी शामिल किया गया था. आयोजनकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि अगले साल सरकार के प्रयास से हिमालयन कार रैली 2.0 का आयोजन किया जाएगा.
कौन थे नजीर हुसैन: नजीर हुसैन का जन्म 1940 में हुआ था. नजीर हुसैन भारतीय रेसिंग ड्राइवर के साथ ही मोटर स्पोर्ट्स के प्रशासक थे. वो मोटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष भी रहे थे. नजीर वर्ल्ड रैली चैंपियनशिप के मुख्य प्रबंधक एवं वर्ल्ड मोटर स्पोर्ट्स काउंसिल के सदस्य भी रहे थे. 2019 में उनका देहांत हो गया था.
नजीर हुसैन ने हिमालय रैली रूट की शुरुआत की थी: उन्होंने 1981 में हिमालय रैली रूट की शुरुआत की थी, जो 1990 तक लगातार संचालित रही. अब 31 वर्ष बाद आठ नवंबर को उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए टीम फायर फॉक्स द्वारा नजीर हुसैन मेमोरियल ड्राइव का आयोजन कराया जा रहा है. रैली में शिरकत कर रही टीम के हर दल में दो सदस्य शामिल हैं.