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चारधाम यात्राः ऋषिकेश में 900 बसों की एडवांस बुकिंग, बार-बार नहीं होगी गाड़ियों की चेकिंग - Green card will be made from April 15

ऋषिकेश में चारधाम यात्रा के लिए 900 बसों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है. यात्रा कराने वाली 9 परिवहन कंपनियों ने सरकार से अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने के लिए मांग की है. साथ ही परिवहन कंपनी ने बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतों को देखते हुए 15 से 16 प्रतिशत किराया बढ़ाने का मन बना लिया है. इसके अलावा ऋषिकेश और हरिद्वार के अलावा कहीं भी प्राइवेट गाड़ियों की चेकिंग नहीं की जाएगी.

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चारधाम यात्रा
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Published : Apr 5, 2022, 5:54 PM IST

Updated : Apr 5, 2022, 6:12 PM IST

ऋषिकेश/देहरादूनः विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 3 मई से शुरू होने जा रही है. यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. ऐसे में यात्रा के प्रथम पड़ाव तीर्थनगरी ऋषिकेश से यात्रा मार्ग पर जाने के लिए करीब 900 बसों की अग्रिम बुकिंग हो चुकी है. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार श्रद्धालुओं को बसों की कमी का सामना करना पड़ सकता है. व्यवस्था बनाने के लिए यात्रा कराने वाली 9 परिवहन कंपनियों ने सरकार से अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने के लिए मांग की है.

गौरतलब है कि साल 2019 से कोरोना काल होने के कारण 2 साल तक चारधाम यात्रा नहीं चली. इस दौरान करीब 250 बसें अपनी आयु सीमा पूरी होने पर कबाड़ में चली गई. यात्रा नहीं चलने की वजह से मालिकों ने नई बसों को नहीं खरीदा. ऐसे में चारधाम यात्रा मार्ग पर जाने वाली करीब 1400 बसों के बेड़े में 250 बसों की कमी हो गई है. बात 2019 से पहले की करें तो तब भी इन बसों की संख्या यात्रा के पीक महीने में कम पड़ती थी. ऐसे में प्रशासन की ओर से कुमाऊं और गढ़वाल रोडवेज की बसों को यात्रा मार्ग पर भेजकर तीर्थयात्रियों को सुविधा प्रदान की जाती थी.

ऋषिकेश में 900 बसों की एडवांस बुकिंग

15 अप्रैल से बनेंगे ग्रीन कार्डः इस बार यात्रा के बेहतर चलने की उम्मीद लगाए बैठे परिवहन कारोबारियों के साथ सरकार तीर्थ यात्रियों को खुले मन से उत्तराखंड आगमन का न्योता दे चुकी है. उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर ने बताया कि बसों की संख्या यात्रा के दौरान कम न पड़े इसलिए पहले से ही सरकार के सामने बसों की व्यवस्था करने की मांग रखी जा चुकी है. उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल से ग्रीन कार्ड बनने शुरू हो जाएंगे. इस बार देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी चारधाम यात्रा पर जाने के लिए श्रद्धालुओं के फोन इंक्वायरी के लिए लगातार आ रहे हैं. इससे परिवहन कारोबारियों के चेहरे खिले हुए हैं.
ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह, GMVN को मिली 5 करोड़ की एडवांस बुकिंग

महंगी होगी चारधाम यात्राः उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय के मुताबिक, 2019 के बाद से अब तक जो भी यात्रा चली है. उसके लिए वर्ष 2019 में निर्धारित किराया ही अब तक तीर्थ यात्रियों से वसूल किया गया है. लेकिन लगातार डीजल और पेट्रोल के दामों में हो रही वृद्धि को देखते हुए फिलहाल 12% किराए में वृद्धि की गई थी, हालांकि लगातार बढ़ते पेट्रोल-डीजल के कीमत को देखते हुए 15 से 16 प्रतिशत किराए में वृद्धि करने के मूड में परिवहन कारोबारी नजर आ रहे हैं.

बार-बार नहीं होगी गाड़ियों की चेकिंगः चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए इस बार उत्तराखंड पुलिस काफी हद तक सहूलियत देने जा रही है. चारधाम यात्रा में अपनी प्राइवेट गाड़ियों से आने वाले श्रद्धालु को ऋषिकेश से आगे भी यात्रा मार्ग पर गाड़ियों के दस्तावेजों की चेकिंग का सामना करना पड़ता है. लेकिन इस बार बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की गाड़ियों के दस्तावेज केवल हरिद्वार या ऋषिकेश ही चेक किए जाएंगे. उसके बाद गाड़ियों की चेकिंग आगे नहीं की जाएगी. हालांकि यात्रा के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कमर्शियल वाहनों को ऋषिकेश और हरिद्वार में चेक किया जाएगा. उनके लिए आरटीओ विभाग द्वारा ग्रीन कार्ड बनाया जाता है. अगर कमर्शियल वाहन यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं तो ऐसे वाहन संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. 3 मई को गंगोत्री एवं यमुनोत्री के कपाट, 6 मई को केदारनाथ और 8 मई बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल रहे हैं.

ऋषिकेश/देहरादूनः विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 3 मई से शुरू होने जा रही है. यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. ऐसे में यात्रा के प्रथम पड़ाव तीर्थनगरी ऋषिकेश से यात्रा मार्ग पर जाने के लिए करीब 900 बसों की अग्रिम बुकिंग हो चुकी है. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार श्रद्धालुओं को बसों की कमी का सामना करना पड़ सकता है. व्यवस्था बनाने के लिए यात्रा कराने वाली 9 परिवहन कंपनियों ने सरकार से अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने के लिए मांग की है.

गौरतलब है कि साल 2019 से कोरोना काल होने के कारण 2 साल तक चारधाम यात्रा नहीं चली. इस दौरान करीब 250 बसें अपनी आयु सीमा पूरी होने पर कबाड़ में चली गई. यात्रा नहीं चलने की वजह से मालिकों ने नई बसों को नहीं खरीदा. ऐसे में चारधाम यात्रा मार्ग पर जाने वाली करीब 1400 बसों के बेड़े में 250 बसों की कमी हो गई है. बात 2019 से पहले की करें तो तब भी इन बसों की संख्या यात्रा के पीक महीने में कम पड़ती थी. ऐसे में प्रशासन की ओर से कुमाऊं और गढ़वाल रोडवेज की बसों को यात्रा मार्ग पर भेजकर तीर्थयात्रियों को सुविधा प्रदान की जाती थी.

ऋषिकेश में 900 बसों की एडवांस बुकिंग

15 अप्रैल से बनेंगे ग्रीन कार्डः इस बार यात्रा के बेहतर चलने की उम्मीद लगाए बैठे परिवहन कारोबारियों के साथ सरकार तीर्थ यात्रियों को खुले मन से उत्तराखंड आगमन का न्योता दे चुकी है. उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर ने बताया कि बसों की संख्या यात्रा के दौरान कम न पड़े इसलिए पहले से ही सरकार के सामने बसों की व्यवस्था करने की मांग रखी जा चुकी है. उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल से ग्रीन कार्ड बनने शुरू हो जाएंगे. इस बार देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी चारधाम यात्रा पर जाने के लिए श्रद्धालुओं के फोन इंक्वायरी के लिए लगातार आ रहे हैं. इससे परिवहन कारोबारियों के चेहरे खिले हुए हैं.
ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह, GMVN को मिली 5 करोड़ की एडवांस बुकिंग

महंगी होगी चारधाम यात्राः उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय के मुताबिक, 2019 के बाद से अब तक जो भी यात्रा चली है. उसके लिए वर्ष 2019 में निर्धारित किराया ही अब तक तीर्थ यात्रियों से वसूल किया गया है. लेकिन लगातार डीजल और पेट्रोल के दामों में हो रही वृद्धि को देखते हुए फिलहाल 12% किराए में वृद्धि की गई थी, हालांकि लगातार बढ़ते पेट्रोल-डीजल के कीमत को देखते हुए 15 से 16 प्रतिशत किराए में वृद्धि करने के मूड में परिवहन कारोबारी नजर आ रहे हैं.

बार-बार नहीं होगी गाड़ियों की चेकिंगः चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए इस बार उत्तराखंड पुलिस काफी हद तक सहूलियत देने जा रही है. चारधाम यात्रा में अपनी प्राइवेट गाड़ियों से आने वाले श्रद्धालु को ऋषिकेश से आगे भी यात्रा मार्ग पर गाड़ियों के दस्तावेजों की चेकिंग का सामना करना पड़ता है. लेकिन इस बार बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की गाड़ियों के दस्तावेज केवल हरिद्वार या ऋषिकेश ही चेक किए जाएंगे. उसके बाद गाड़ियों की चेकिंग आगे नहीं की जाएगी. हालांकि यात्रा के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कमर्शियल वाहनों को ऋषिकेश और हरिद्वार में चेक किया जाएगा. उनके लिए आरटीओ विभाग द्वारा ग्रीन कार्ड बनाया जाता है. अगर कमर्शियल वाहन यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं तो ऐसे वाहन संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. 3 मई को गंगोत्री एवं यमुनोत्री के कपाट, 6 मई को केदारनाथ और 8 मई बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल रहे हैं.

Last Updated : Apr 5, 2022, 6:12 PM IST
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