पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर की परिक्रमा पूरी कर तीर्थयात्रियों का सातवां दल पिथौरागढ़ लौट आया है. 50 तीर्थयात्रियों के इस दल में 15 महिलाएं भी शामिल हैं. सभी तीर्थयात्री पवित्र कैलाश और मानसरोवर झील के दर्शनों से खासे उत्साहित हैं. विश्व की सबसे दुर्गम तीर्थयात्रा करने के बाद यात्रियों में भरपूर जोश है.
इस मौके पर तीर्थयात्रियों ने कहा कि यात्रा के अनुभवों को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, इसे सिर्फ वही इंसान समझ सकता है जो यात्रा पर जा चुका है. श्रद्धालुओं ने कहा कि यात्रा कठिन जरूर है मगर हर किसी को जीवन में एक बार कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जरूर जाना चाहिए. यात्रा के सफल संचालन के लिए यात्रियों ने केएमवीएन, आईटीबीपी और एसडीआरएफ का शुक्रिया अदा किया.
पिथौरागढ़ पहुंचे कैलाश मानसरोवर यात्रियों को कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई. पिथौरागढ़ में लंच के बाद ये दल जागेश्वर धाम (अल्मोड़ा) के लिए रवाना हो गया है. शुक्रवार (26 जुलाई) को ये दल जागेश्वर धाम से दिल्ली के लिए रवाना होकर अपनी यात्रा सम्पन्न करेगा.