रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में आए दिन बन रही रील्स वीडियो का केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज ने विरोध किया है. वहीं बदरी-केदार मंदिर समिति की ओर से वीडियो बनाने वालों पर रोक लगाने की पहल का स्वागत किया है. तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही मांग उठाई कि धाम में एक अलग से रूम की व्यवस्था की जाए. जिससे मंदिर के अंदर प्रवेश करने से पहले तीर्थ यात्रियों के बैग और फोन जमा करवाए जा सकें.
धाम में वीडियो बनाने वालों पर कार्रवाई की मांग: बीते कुछ दिनों में केदारनाथ मंदिर के आगे अंगूठी पहनाने से लेकर मांग में सिंदूर भरने और मंदिर के गर्भ गृह में नोट उड़ाने के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए हैं. जिसके बाद बदरी-केदार मंदिर समिति ने पुलिस को पत्र लिखकर इस प्रकार के वीडियो बनाने वालों पर नजर रखते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, कई भक्तों ने इस प्रकार के वीडियो पर नाराजगी जताई है. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि केदारनाथ धाम एक धार्मिक स्थल है. केदारनाथ से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है. प्रत्येक वर्ष लाखों लोग यहां दर्शन करने आते हैं, लेकिन कुछ लोगों की गलत हरकतों के कारण श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचती है. इसलिए इस प्रकार के कोई भी वीडियो नहीं बनने चाहिए.
धार्मिक भावनाएं आहत न करने की अपील: केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित और केदारसभा के मीडिया प्रभारी पंकज शुक्ला ने कहा कि कुछ दिन पहले कुछ लोगों ने केदारनाथ धाम में धार्मिक भावनाओं के विपरीत वीडियो बनाए. जिस संबंध में मंदिर समिति ने पुलिस को पत्र लिखकर इस प्रकार के वीडियो बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि हम यात्रियों से भी यह अपील कर रहे हैं कि आप केदारनाथ धाम में आकर यहां की मर्यादा को बनाए रखें और यहां आकर ऐसा कोई भी कार्य न करें, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हों.
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धाम में अलग से रूम बनाने की मांग: केदारनाथ तीर्थ पुरोहित किशन बगवाड़ी का कहना है कि बदरी-केदार मंदिर समिति से यह मांग की जा रही है कि धाम में एक अलग से रूम की व्यवस्था होनी चाहिए, जहां मंदिर के भीतर जाने से पूर्व यात्री अपना आवश्यक सामान और फोन जमा करा दें. उन्होंने कहा कि जो भी वीडियो वायरल हुए हैं, वह केदारनाथ धाम की परंपरा और धार्मिक भावनाओं के खिलाफ हैं.
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