वाराणसी: अपना घर छोड़कर कभी इस शहर कभी उस शहर जाना या पढ़ाई के लिए इस शहर से दूर होकर दूसरे शहरों में जाकर रहने वाले लोग बाजार में बिकने वाले छोटे एलपीजी सिलेंडर ( छोटू सिलेंडर) पप डिपेंड होते हैं. सस्ते रेट पर बाजार में मिलने वाले यह सिलेंडर आसानी से रिफिल भी हो जाते हैं. जहां रिफिलिंग गलत तरीके से होती है, जिससे यह कई बार परेशानी का सबक बन जाता है. लेकिन अगर आप इन परेशानियों से बचना चाहते हैं और सही माप और सही नियमों के साथ यह छोटू सिलेंडर लेना चाहते हैं तो अब आपको बाजार नहीं बल्कि राशन की दुकानों पर कुछ डॉक्यूमेंट के सहारे यह मिल जाएगा.
![छोटा एलपीजी सिलेंडर.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/22-08-2023/19331594_vara.jpg)
कम बजट में मिलता है सिलेंडरः दरअसल गैस कंपनियां बड़े सिलेंडर तो बड़ी लंबी चौड़ी कार्रवाई और दस्तावेज मिलने के बाद ही उपलब्ध करवाती हैं. लेकिन छोटू सिलेंडर को लॉन्च करने के बाद कुछ दिक्कतों की वजह से यह तेजी से मार्केट में नहीं पहुंच पा रहा था. इन छोटू सिलेंडरों को अब तेजी से दूसरे माध्यमों से लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. इस बारे में वाराणसी जिला पूर्ति अधिकारी उमेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि छोटू गैस सिलेंडर एक ऐसी जरूरत है जो अक्सर उन लोगों को महसूस होती है. यह सिलेंडर कम बजट में खाना पकाने और बिना किसी झंझट के बाजार में लोग ले लेते हैं. लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि बाजार में बिकने वाला सिलेंडर मानकों का ध्यान रखकर नहीं तैयार होते हैं.
राशन की दुकानों पर मिलेगा सिलेंडरः जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा इन सिलेंडरों की रिफिलिंग भी महंगी पड़ती है. ऐसे में सरकार की प्लानिंग के तहत गैस एजेंसियों पर उपलब्ध छोटू गैस सिलेंडर 5 किलो तक के होते हैं. उन्हें अब किसी भी राशन की दुकान से लिया जा सकता है. इसके लिए वाराणसी की 700 से ज्यादा राशन की दुकानों को चिन्हित किया गया है. जहां पर यह सिलेंडर उपलब्ध करवा दिए गए हैं.
ई केवाईसी कराने की जरूरत नहींः जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि सबसे बड़ी बात यह है कि इस सिलेंडर को लेने के लिए किसी ऐसे दस्तावेज की जरूरत नहीं है जो आपके लिए मुश्किल है. जहां लोगों को बड़े सिलेंडर लेने के लिए ई केवाईसी की जरूरत होती है, लेकिन छोटू सिलेंडर के लिए ई केवाईसी की जरूरत नहीं पड़ती है. इसके लिए बस कोई भी एक डॉक्यूमेंट चाहिए होता है. जिसमें वह चाहे आधार कार्ड, राशन कार्ड अथवा वोटर आईडी कार्ड हो. इसके अलावा भी ऐसा कोई पहचान पत्र जो व्यक्ति की नागरिकता और उसके पते को प्रूफ करत हो. बस इसके बाद व्यक्ति को छोटू सिलेंडर आसानी से राशन की दुकान पर मिल जाएगा.
सबसे सुरक्षित सिलेंडरः जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि इस छोटू सिलेंडर के लिए शुरुआत में लगभग 1500 रूपये जमा करने होते हैं जो सिक्योरिटी मनी के तौर पर होते हैं. इसके बाद गैस खाली होने पर सिलेंडर को दुकान पर ले जाना होगा. जहां गैस कंपनियों के निर्धारित रेट पर भरा सिलेंडर आपको दोबारा आसानी से मिल जाएगा. इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि रिफलिंग की सही मात्रा और मानकों का ध्यान रखा गया है. यह सिलेंडर लोगों के लिए उपयोगी भी सिद्ध हुए हैं. इसलिए बाजार में बिकने वाले सिलेंडर से बेहतर हैं. यह सुरक्षित होने के साथ सही रेट पर लोगों के समय से उपलब्ध हो जाता है.