वाराणसी: बनारस में प्रदूषण के स्तर में लगातार कमी ने बनारस की आबोहवा को काफी बेहतर बना दिया है. हाल ही में वाराणसी को पूरे देश में एयर क्वालिटी के मामले में टॉप 3 शहरों की सूची में शामिल किया गया है. इसके बाद बनारस के प्रशासनिक विभागों की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ गई है. लोगों को बेहतर एयर क्वालिटी देकर उनके जीवन में सुधार लाने और लोगों को अच्छी हवा उपलब्ध करवाने के लिए शहर के वायु प्रदूषण के स्तर को मेंटेन करना ज्यादा अनिवार्य हो गया है.
यही वजह है कि इस पूरी जिम्मेदारी के लिए वाराणसी नगर निगम को चुना गया है. वाराणसी नगर निगम अब एयर क्वालिटी को मेंटेन करने के लिए वाराणसी में एयर क्वालिटी ग्रुप (Air Quality Group in Varanasi) बनाने जा रहा है, जो शहर की आबोहवा को मैनेज कर इसे मेंटेन करने के लिए काम करेगा और हर विभागों पर नजर भी रखेगा. दरअसल वाराणसी की वायु गुणवत्ता के सुधार के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत काम शुरू किया जा रहा है और पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश के 4 शहरों में से एक वाराणसी को भी रखा गया है. इन 4 सालों में वाराणसी, गाजियाबाद, प्रयागराज वृंदावन और मथुरा शामिल हैं.
इन 4 शहरों में बीते कुछ सालों से एयर क्वालिटी काफी खराब स्थिति में देखी जा रही थी. इस वजह से शासन को मिली रिपोर्ट के बाद इन शहरों को चिन्हित कर यहां की वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एक्सपर्ट की टीम को लगाया गया था. इस एक्सपर्ट की टीम में स्वच्छ भारत मिशन नगरीय की राज्य मिशन निदेशक मे वाराणसी नगर निगम का एक लेटर भेजा है इस लेटर में शासन द्वारा निर्धारित किए गए एयर पोलूशन एक्शन ग्रुप को वाराणसी नगर निगम के मदद के लिए लगाया गया है.
इस बारे में वाराणसी नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने बताया कि एयर क्वालिटी को और बेहतर करने के साथ ही बनारस को अब रैंक में ऊपर बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है, क्योंकि इस बार टॉप 3 में बनारस है और हम उसे पहले नंबर पर लाने के लिए प्रयास शुरू कर चुके हैं. हमारा मकसद लोगों की जिंदगी को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाना और एयर क्वालिटी को बेहतर करते हुए लोगों को स्वस्थ जीवन उपलब्ध करवाना है. इसी प्लानिंग के तहत हम एयर क्वालिटी ग्रुप का निर्माण करने जा रहे हैं.
यह एयर क्वालिटी ग्रुप वाराणसी नगर निगम के अधीन काम करेगा और शासन स्तर पर भेजी गई संस्था हमारी मदद करेगी. वह हमें समय-समय पर यह बताएगी कि कहां पर गलती हो रही है और कहां पर सुधार की जरूरत है और कहां पर निगरानी और बेहतर करनी होगी. यह एयर क्वालिटी ग्रुप अलग-अलग विभागों के विकास कार्यों के साथ ही उनके विभागों में चल रही पाल्यूशन बढ़ाने की स्थिति की निगरानी करेगा और उन्हें समय-समय पर इसके लिए अलग भी करता रहेगा. इससे वाराणसी में प्रदूषण (pollution in varanasi) कम होगा.
खासतौर पर शहर में डेवलपमेंट कार्यों में हो रही लापरवाही के दौरान एयर क्वालिटी की स्थिति बिगड़ती है. इसके अलावा ट्रेफिक कंजेशन गंगा में नावों का संचालन उद्योगों की स्थिति और अन्य आकलन के साथ निगरानी को तेज किया जाएगा. नगर आयुक्त का कहना है कि हम तेजी से बनारस के एयर क्वालिटी को बेहतर करने के लिए ई व्हेकिल्स को बढ़ावा दे रहे हैं और डीजल की जगह सीएनजी बोर्ड का इस्तेमाल गंगा में किया जा रहा है. इन सारी चीजों के इस्तेमाल से सुधरेगी और एयर क्वालिटी बेहतर होने से लोगों का जीवन स्वस्थ और बेहतर होगा.
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