प्रयागराज: माघ मेले में इन दिनों महिलाएं दिन-रात काम करती नजर आ रही हैं. मेले में दूर-दराज से आने वाले भक्तों की सेवा करने में जुटी हैं. कोई चाय की केतली लेकर चाय बनाती है, तो कोई पानी लेकर पानी देने का काम कर रही है. ये महिलाएं माघ मेला क्षेत्र में अलग-अलग नुक्कड़ में जरूर नजर आएंगी. ये अलग-अलग संस्थाओं के जरिए यहां सेवा का काम कर रही हैं.
शिव परिवार की महिलाएं सिर पर भगवा पगड़ी बांधकर पूरे श्रद्धा भाव से 24 घंटे श्रद्धालुओं की सेवा करती हैं. उनका मानना है कि माघ मेले में बेसहारा का सहारा बनने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
सेवा करने से मिलता है प्रभु का आशीर्वाद
कानपुर से आई मनु त्रिवेदी ने बताया कि माघ मेले में आकर गरीबों की सेवा करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसलिए हम सभी महिलाएं माघ मेले में आकर भक्तों की सेवा करती हैं. जो कोई भी भक्त भूखा होता है तो उसे खाना खिलाते हैं. सुबह से ही श्रद्धालुओं के लिए पकवान तैयार करने के लिए हम सभी महिलाएं एक साथ बैठकर काम करते हैं. जब तक माघ मेला चलेगा, तब तक हम सभी महिलाएं संगम की रेती पर रहकर पूरे श्रद्धा भाव के साथ श्रद्धालुओं के लिए काम करते हैं.
परिवार की तरह रहते हैं पूरे माह
माघ मेले में सेवा भाव से आईं सुमन पटेल ने बताया कि जैसे ही माघ मेला शुरू होता है, वैसे ही शिव परिवार की सभी महिलाएं मेला क्षेत्र में आती हैं. अलग-अलग जगह से आने के बावजूद भी एक ही परिवार की तरह रहती हैं और एक साथ काम करती हैं. इसी बीच में काम करते से समय प्रभु को याद कर भजन-कीर्तन भी गाते हैं. ऐसी मान्यता है कि माघ मेले में रहकर पूरे माह श्रद्धालुओं की सेवा करने से पारिवारिक कष्टों से निवारण मिलता है.
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भगवा पगड़ी है शिव परिवार की पहचान
शिव परिवार की सदस्य उर्मिला सिंह ने बताया कि हम सभी महिलाएं सिर पर भगवा रंग की पगड़ी इसलिए पहनते हैं ताकि हम कहीं मेले में भटक जाएं तो यही पगड़ी हमारी पहचान बन जाए. शिव परिवार की सभी महिलाएं और पुरुष भगवा रंग की पगड़ी पहनते हैं. यही हमारी पहचान है. देश के कई कोने से भक्त सेवाभाव के साथ माघ मेले में आते हैं. सभी सदस्य एक साथ, एक ही भाव के साथ श्रद्धालुओं की सेवा करते हैं.