पीलीभीत: तीन तालाक से एक तरफ जहां मुस्लिम महिलाओं के बीच खुशी की लहर उमड़ पड़ी है, वहीं दूसरी ओर मजहब के रखवाले मौलाना समेत कई काजी उखड़े से नजर आ रहे है. इसी के चलते कई काजी समेत मौलाना इसके विरोध में उतर आए हैं.
- तीन तालाक बिल लोकसभा से पहले ही पास हो चुका था.
- इस बिल को अब राज्यसभा से भी मंजूरी मिल गई है.
- तीन तलाक बिल पास होते ही पूरे देश मे मुसलमान 2 पक्ष में बंट गए हैं.
- बिल पास हो जाने के बाद बीजेपी सरकार अपनी उपलब्धि का ढिढोरा पिट रही है.
- वहीं जिले के शहर काजी समेत कई मौलाना इसके विरोध में उतर आए हैं.
- मजहब के रखवाले मौलाना लोग इस बिल को मजहब की आजादी छीनने वाला बिल बता रहे हैं.
सरकार जबरन यह बिल हम मुस्लिम लोगों पर थोप रही है, यह सरकार का बिल हमारे मुस्लिम मजहब की आजादी छीनने का काम करेगा.
-हसन मियां,शहर काजी
सरकार इस बिल को चाहे जैसे भी पास करा लें लेकिन इसे हम नही मानेंगे. यह बिल सियासी हथकंडा है, इस बिल से हम मुस्लिमों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है. यह बिल हमारे खिलाफ है इसे हम नही मानेंगे. हम अपने मजहब के आधार पर ही चलेंगे.
-शहर मुफ्ती जरताब रजां खां