कानपुर: गुजरात के पोरबंदर में हेलीकॉप्टर क्रेश में शहीद हुए कोस्टगार्ड पायलट सुधीर यादव का पार्थिव शरीर बुधवार को उनके पैतृक गांव कानपुर देहात के मैथा स्थित हरकिशनपुर लाया गया. शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते समय हर किसी की आंख नम हो गईं. इसके साथ देशभक्ति नारे लगते रहे. अंतिम दर्शन के बाद जब शहीद सुधीर का पार्थिव शरीर उठा तो माता-पिता, पत्नी और भाई के अलावा मौके पर मौजूद हर किसी की आंखों से आंस छलक पड़े. हर तरफ सुधीर यादव अमर रहें... के नारे लगने लगे. शहीद सुधीर यादव का पार्थिव शरीर बिठूर के गंगा किनारे लाया गया, जहां पर जल, थल और वायु सेना के अधिकारियों द्वारा उन्हें गॉड ऑफ ऑनर दिया.
बीते मंगलवार को शहीद सुधीर यादव का पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान शहर के चकेरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत श्याम नगर लाया गया था. जहां पर उन्हें सभी लोगों ने श्रद्धांजलि दी थी. इसके बाद देर शाम उनका पार्थिव शरीर एयर फोर्स स्टेशन में रखवाया गया. बुधवार सुबह शहीद का पार्थिव शरीर कानपुर देहात के मेहता स्थित हरकिशनपुर लाया गया, जहां उन्हें एनसीसी के बच्चों ने श्रद्धांजलि दी. जब गांव और परिवार के लोगों ने अपने लाल को तिरंगे में लिपटा देखा तो हर किसी की आंखों से आंसू छलक उठे.
पत्नी आवृत्ति रोते हुए बोली-सुधीर, हम सब अब तुम्हारे बिना कैसे रह पाएंगे. वहीं बिलखती मां कहती रही-लल्ला तुम्हें देखकर दिल खुश हो जाता था, अब हम कैसे खुश रह पाएंगे. तुमने जिंदगी भर के लिए हम सभी को रुला दिया..लल्ला लौट आओ, हमारी खुशी लौटा दो. वहीं जब बुधवार दोपहर जब सुधीर का पार्थिव शरीर बिठूर गंगा के किनारे लाया गया तो यहां उन्हें गॉड आफ ऑनर दिया गया. इसके बाद सुधीर की यूनिट के ही अफसर ने पिता को फ्लैग, कैप और बैच सौंपा. इसके बाद चचरे भाई ने मुखाग्नि दी.
शहीद सुधीर के पिता नवाब सिंह ने नम आंखों से कहा कि, हमारे परिवार की दूसरी पीढ़ी का बेटा था सुधीर, जो फौज में अफसर था. हम लोग देश की सेवा के लिए ही बने हैं.