मुरादाबाद: चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना सबसे पहले चमगादड़ के जरिये इंसानों में पहुंचने का दावा किया जाता है. इसी कारण से सिविल लाइन थाना क्षेत्र के एकता द्वार के पास स्थित एक पुराने पेड़ पर चमगादड़ों की मौजूदगी से स्थानीय लोग घबराए हुए हैं. स्थानीय लोग अपने प्रयासों से हर रोज पेड़ पर फॉगिंग कर चमगादड़ों को भगाने की कोशिश में जुटे हैं.
अपने पैसे खर्च कर चमगादड़ भगाने में जुटे लोग
चमगादड़ों के बसेरे वाले पेड़ के पास कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान और अस्पताल हैं. कोरोना संक्रमण के मामले पूरे देश में बढ़ने लगे तो स्थानीय लोगों की चिंताएं भी बढ़ गईं. कोरोना संक्रमण के लिए चमगादड़ों को जिम्मेदार माना जाता रहा है, जिसके बाद लोग अब इस पेड़ से चमगादड़ों को भगाने की हरसम्भव कोशिश में जुटे हैं.
चमगादड़ों के इस बसेरे के पास रहने वाले न्यूरो सर्जन ने नगर निगम से कई बार गुहार लगाई, लेकिन जब निगम ने कोई कदम नहीं उठाया तो स्थानीय लोगों ने फॉगिंग मशीन खरीद कर खुद ही चमगादड़ भगाने का काम शुरू कर दिया.
प्रयास करने के बाद भी नहीं भाग रहे चमगादड़
स्थानीय लोग हर दिन फॉगिंग मशीन के जरिये पेड़ पर फॉगिंग कर रहे हैं. साथ ही कीटनाशकों का छिड़काव भी आस-पास के क्षेत्र में कराया जाता है. हर रोज चमगादड़ भगाने की इस मुहिम में स्थानीय लोगों का काफी पैसा खर्च हो रहा है. वावजूद इसके चमगादड़ अपना बसेरा छोड़ने को तैयार नही हैं. चमगादड़ों के खौफ से लोगों की नींद उड़ी हुई है.