मेरठ में छिपकर रह रहे थे एक विदेशी समेत 14 जमाती
मेरठ में छिपकर रह रहे थे एक विदेशी समेत दूसरे राज्यों के 14 जमाती. परतापुर के काशी गांव में एक विदेशी समेत 14 जमाती एक ही स्थान मिले. पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज किया. जिनलोगों ने इन्हें शरण दी उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
मेरठ में छिपकर रह रहे थे एक विदेशी समेत 14 जमाती
मेरठ: मवाना और सरधना की मस्जिदों में मिले विदेशी जमातियों के बाद अब परतापुर के काशी गांव में एक विदेशी समेत 14 जमाती एक ही स्थान पर मिले. पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज किया. जिनलोगों ने इन्हें शरण दी उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. जानकारी के अनुसार थाना परतापुर पुलिस को सूचना मिली कि काशी गांव में एक मकान में बाहर के कुछ जमाती आकर रूके हुए हैं. इनमें एक विदेशी जमाती के भी शामिल होने की खबर मिली. इनमें से एक जमाती नेपाल का है जबकि बाकी बिहार, पश्चिम बंगाल समेत अन्य प्रदेशों के हैं. ये सभी 3 मार्च को यहां आए थे और तभी से बिना बताए यहां रह रहे थे.पुलिस ने मौके पर ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी बुला लिया. टीम ने सभी की जांच पड़ताल की. फिलहाल किसी में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं, लेकिन फिर भी पुलिस ने सभी को एक शेल्टर होम में अलग रख दिया है. अब अगले 14 दिनों तक ये सभी शेल्टर होम में ही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में रहेंगे. पुलिस यह भी पूछताछ कर रही है कि ये लोग दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए कार्यक्रम में भी तो शामिल नहीं हुए थे. इन सभी के मोबाइल लोकेशन भी खंगाली जा रही है. एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि इन सभी जमातियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. जिस व्यक्ति ने इन्हें अपने यहां रोका उसके खिलाफ भी केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
मेरठ: मवाना और सरधना की मस्जिदों में मिले विदेशी जमातियों के बाद अब परतापुर के काशी गांव में एक विदेशी समेत 14 जमाती एक ही स्थान पर मिले. पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज किया. जिनलोगों ने इन्हें शरण दी उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. जानकारी के अनुसार थाना परतापुर पुलिस को सूचना मिली कि काशी गांव में एक मकान में बाहर के कुछ जमाती आकर रूके हुए हैं. इनमें एक विदेशी जमाती के भी शामिल होने की खबर मिली. इनमें से एक जमाती नेपाल का है जबकि बाकी बिहार, पश्चिम बंगाल समेत अन्य प्रदेशों के हैं. ये सभी 3 मार्च को यहां आए थे और तभी से बिना बताए यहां रह रहे थे.पुलिस ने मौके पर ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी बुला लिया. टीम ने सभी की जांच पड़ताल की. फिलहाल किसी में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं, लेकिन फिर भी पुलिस ने सभी को एक शेल्टर होम में अलग रख दिया है. अब अगले 14 दिनों तक ये सभी शेल्टर होम में ही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में रहेंगे. पुलिस यह भी पूछताछ कर रही है कि ये लोग दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए कार्यक्रम में भी तो शामिल नहीं हुए थे. इन सभी के मोबाइल लोकेशन भी खंगाली जा रही है. एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि इन सभी जमातियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. जिस व्यक्ति ने इन्हें अपने यहां रोका उसके खिलाफ भी केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.