मेरठ: जनपद में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शन हुआ. इस हिंसक प्रदर्शन में खालापार निवासी नूरा की मौत हो गई थी. बुधवार को रालोद के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मुजफ्फरनगर में हुए उपद्रव में मारे गए नूरा के परिजनों से मिलने आ रहे थे. पुलिस प्रशासन ने मेरठ के खतौली में जयंत चौधरी को रोक लिया और वापस लौटा दिया.
जिले में लागू है धारा 144
- जिले में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जमकर हिंसा हुई.
- इस हिंसा में खालापुर निवासी नूरा की मौत हो गई.
- बुधवार को राष्ट्रीय लोक दल के महासचिव जयंत चौधरी नूरा के परिवार से मिलने मुजफ्फरनगर जा रहे थे.
- पुलिस प्रशासन ने खतौली थाना क्षेत्र में नहर पटरी पर उन्हें रोक दिया.
- पुलिस प्रशासन द्वारा जयंत चौधरी को रोके जाने पर गुस्साए कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठ कर धरना प्रदर्शन किया.
- पुलिस प्रशासन ने धारा 144 लागू होने की वजह से जयंत चौधरी को शहर में आने की अनुमति देने से इनकार कर दिया.
'फिर आऊंगा मुजफ्फरनगर'
जयंत चौधरी ने इस दौरान कहा कि मेरे हौसले बुलंद हैं.आज आपने मुझे यहां रोक लिया लेकिन मैं कल फिर मुजफ्फरनगर जरूर आऊंगा. इस दौरान जयंत चौधरी ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करती है. पूरे प्रदेश में अब तक एक भी एफआईआर पुलिस के खिलाफ दर्ज नहीं हुई. प्रदेश में हुए बवाल की अभी तक जांच नहीं करायी गई. पूरे प्रदेश में धारा 144 लगा देना, जो सड़क पर आए उसे राष्ट्रविरोधी बता देना, ये कौन सा कानून है.
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जिले में धारा 144 लगे होने के कारण जयंत चौधरी को जिले में नहीं आने दिया गया. कल राहुल और प्रियंका को रोका गया था. उनसे भी यही बात कही गई थी.
- अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी