मेरठ: गंगा एक्सप्रेसवे के एलाइनमेंट को लेकर जहां किसान विरोध कर पूरे मामले की जांच कराये जाने की मांग कर रहे हैं. वहीं इस एक्सप्रेसवे की डीपीआर को वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. हालांकि 12 चरणाों वाले इस प्रोजेक्ट की अभी 9 चरणों की डीपीआर ही वेबसाइट पर अपलोड की गई है. जिस स्थान पर एलाइनमेंट को लेकर विवाद उठ रहा है, उसकी डीपीआर अभी अपलोड नहीं की गई है.
दरअसल, किसान काशीपुर से बदलकर एलाइनमेंट को हाजीपुर में किये जाने का विरोध कर रहे हैं. किसानों की शिकायत को स्थानीय जनप्रतिनिधि शासन तक पहुंचा चुके हैं. सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने जहां इस संबंध में उप मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच कराये जाने की मांग की है, वहीं भाजपा विधायक सत्यवीर त्यागी ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से फोन पर बात कर पूरे मामले से अवगत कराया और मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए सीएम कार्यालय से समय मांगा है.
विधायक स्थानीय किसानों के एक प्रतिनिधि मंडल के साथ मुख्यमंत्री से इस संबंध में मुलाकात करना चाहते हैं. सपा के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर भी एलाइनमेंट को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं और वह इस संबंध में जिलााधिकारी से मुलाकात कर जांच की मांग कर चुके हैं. जिलाधिकारी ने तीन दिन का समय मांगा है. पूर्व मंत्री का कहना है कि यदि तीन दिन में किसानों की समस्या का समाधान नहीं होता है तब आगे की रणनीति तय की जाएगी.
बता दें कि इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की तीन चरणों की डीपीआर अभी अपलोड नहीं की गई है. इनमें पहले चरण में मेरठ के हाजीपुर से हापुड़ जिले के चंदनीर तक करीब 48 किमी की डीपीआर शामिल हैं. दूसरे चरण में जिला हापुड़ के चंदनीर से जिला अमरोहा के मिर्जापुर दुगर तक 30 किमी और सातवें चरण में जिला हरदोई के उबरिया खुर्द से इकसई तक 52 किमी की डीपीआर अभी अपलोड नहीं की गई है.