मऊ: देशभर में कोरोना का कहर जारी है. इसी के साथ दैनिक जीवन को भी पटरी पर लाने की कवायद चल रही है. ऐसे में प्रशासन कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए व्यवस्था करने में जुटा हुआ है. जिले के सरकारी और निजी अस्पताल के साथ-साथ अब रेवले के कोच में भी संक्रमितों को रखा जाएगा. मऊ जंक्शन पर रेवले ने 10 कोविड-19 आइसोलेशन कोच को रखा है, जिसमें 160 बेड उपलब्ध हैं. इसका प्रबंधन जिला प्रशासन की ओर से किया जाएगा.
रेलवे की ओर से कोविड-19 आइसोलेशन कोच को स्टेशन पर सुरक्षित खड़ा कर जिला प्रशासन को हैंडओवर कर दिया गया है. डीआरएम पंजीयार ने बताया कि कोच को मेडिकल वार्ड की तरह संचालन करने की जिम्मेदारी सीएमओ की होगी. उन्हें ही इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है.
जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि कोविड-19 आइसोलेशन कोच का इस्तेमाल फैसिलिटी क्वारंटाइन सेंटर के तौर पर किया जाएगा. जल्द ही कोच को सभी अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं से लैस कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ट्रेन में कुल 12 बोगियां हैं, जिनमें से 10 बोगियों में मरीजों के लिए वार्ड बनाया गया है.
प्रत्येक बोगी या वार्ड में 16 बेड लगाए गए हैं. दो बोगियों में जिला प्रशासन के चिकित्सक व नर्स रहेंगे. मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीश कुमार सिंह कोविड-19 आइसोलेशन कोच के नोडल अधिकारी होंगे.