महराजगंज: योगी सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का दावा भले ही कर रही है, लेकिन उन्हीं के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा इसको नजरअंदाज किया जा रहा है. ताजा मामला जिले के फरेंदा विकासखंड का है, जहां एक महिला पिछले तीन महीने से अपने तीन बच्चों को लेकर परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज करवाने के लिए ब्लॉक और तहसील के चक्कर लगा रही है.
दर-दर भटकने को मजबूर है महिला
महराजगंज जिले के पिपरामौनी के रहने वाले स्वर्गीय मुश्ताक ने दो शादियां की थी. इनकी पहली पत्नी हबीबुन्निशा जो पिछले कई सालों से अपने मायके में रह रही हैं. मुश्ताक ने आयशा खातून को दूसरी शादी की थी. इसके बाद मुश्ताक का स्वर्गवास हो गया. मुश्ताक की पहली पत्नी हबीबुन्निशा का नाम पहले से ही परिवार रजिस्टर नकल में दर्ज था. वहीं दूसरी पत्नी आयशा खातून का नाम भी मुश्ताक ने परिवार रजिस्टर नकल में दर्ज कराया, लेकिन किसी वजह से आयशा का नाम परिवार रजिस्टर से हट गया. इसके चलते आयशा अपने तीन बच्चों को लेकर अधिकारियों के कार्यालय के दरवाजे खटखटा रही है, लेकिन अभी तक किसी ने आयशा की बात नहीं सुनी.
मामला सोमवार को मेरे संज्ञान में आया है. इस मामले में महिला का एक सप्ताह के अंदर नाम दर्ज हो जाएगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी.
-दुर्योधन प्रसाद, खंड विकास अधिकारी